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नेपाल-चीन समझौते से भारत को परेशान नहीं होना चाहिए

नेपाल की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्‍सवादी-लेनिनवादी) के वरिष्ठ नेता प्रदीप ग्यावली ने कहा है कि चीन के साथ उनके देश के घनिष्ठ होते संबंधों से भारत को परेशान नहीं होना चाहिए। ग्यावली ने जोर देकर कहा कि नेपाल किसी की अधीनता स्वीकार नहीं करेगा।

By kishor joshiEdited By: Published: Sat, 26 Mar 2016 10:01 AM (IST)Updated: Sat, 26 Mar 2016 10:08 AM (IST)
नेपाल-चीन समझौते से भारत को परेशान नहीं होना चाहिए

काठमांडू। नेपाल की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के वरिष्ठ नेता प्रदीप ग्यावली ने कहा है कि चीन के साथ उनके देश के घनिष्ठ होते संबंधों से भारत को परेशान नहीं होना चाहिए। ग्यावली ने जोर देकर कहा कि नेपाल किसी की अधीनता स्वीकार नहीं करेगा।

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उन्होंने कहा कि हम अपने दोनों पड़ोसी देशों के साथ समानता के आधार पर संबंध बनाना चाहते हैं। इससे उन दोनों देशों में किसी को नाराज नहीं होना चाहिए। एक आजाद और संप्रभु राष्ट्र होने के नाते यह नेपाल पर निर्भर करता है कि वह किसके साथ किस तरह का संबंध बनाएगा। सत्तारूढ़ पार्टी ने प्रधानमंत्री केपी ओली की बीजिंग यात्रा के दौरान हुए समझौतों का भी स्वागत किया है।

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पार्टी ने एक बयान जारी कर कहा कि इससे नेपाल को अपना सामाजिक-आर्थिक विकास लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी।


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