यूएन में बोला भारत- शांति के लिए राजनीतिक इच्छा शक्ति की जरूरत
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में विश्व शांति के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति होने की बात कही है। यूएनजीए में भारत ने कहा कि विश्व के समक्ष कई चुनौतियां हैं जिनका निवारण करना बेहद जरूरी है।
न्यूयार्क (पीटीआई)। भारत का कहना है कि कि विश्व शांति के लिए जरूरी है कि सभी देश एकजुट हों। भारत ने इसके लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति होने की जरूरत पर बल दिया है। संयुक्त राष्ट्र जनरल असेंबली में यह बातें भारत की स्थाई उप प्रतिनिधि तनम्या लाल ने कहीं। उनका कहना था कि सभी देशों को इसके लिए निरंतर प्रयास करने होंगे।
लाल ने कहा कि विश्व में शांति स्थापित करने के मार्ग में कई सारी बाधाएं हैं। इनमें से फंड का न होना भी एक वजह बन सकती है। लेकिन यदि राजनीतिक इच्छाशक्ति होगी तो इन बाधाओं पर जीत दर्ज की जा सकती है। यूएन में शांति स्थापाना आयोग पर दिए अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि विश्व के सामने कई तरह की चुनौतियां खड़ी हैं।
इन सभी के निवारण की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लोगों के बीच की दूरी आज कुछ भी नहीं रह गई है। यही वजह है कि आपसी दे्वष भी सामने आए हैं। मौजूदा समय में दुनिया के सामने आने वाली यह बेहद आम समस्या है। लेकिन इसका हल भी इसमें ही छिपा है। उन्होंने साफतौर पर कहा कि जब भारत इस तरह की बात कहता है तो यह जरूरी है कि इस पर घ्यान दिया जाए। उन्होंनेे इस मिशन में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की भी वकालत की। उनका कहना था कि इस दौरान लिए जाने फैसलाें महिलाओं की भागीदारी काेे बढ़ाया जाना चाहिए।
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