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विस्‍कॉन्सिन में दोबारा मतगणना को मिला क्लिंटन का साथ

विस्‍कॉन्सिन में दोबारा मतगणना होना लगभग तय हो गया है। इसके समर्थन में अब हिलेरी क्लिंटन भी आ चुकी हैं।

By Kamal VermaEdited By: Published: Sun, 27 Nov 2016 08:29 AM (IST)Updated: Sun, 27 Nov 2016 11:39 AM (IST)
विस्‍कॉन्सिन में दोबारा मतगणना को मिला क्लिंटन का साथ

वाशिंगटन (रॉयटर)। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप के हाथों करारी हार पाने वाली डेमोक्रेट उम्मीद्वार हिलेरी क्लिंटन भी अब विस्कान्सिन में दोबारा मतगणना कराने का समर्थन कर रही हैं। उनकी कैंपेन आॅफिशियल मार्क एलियास ने इस बात की जानकारी दी हैै। विस्कान्सिन इलेक्शन बोर्ड ने यहां पर दोबारा मतगणना करने को मंजूर कर लिया है। ग्रीन पार्टी के उम्मीद्वार जिल स्टेन ने यहां पर दोबारा मतगणना करवाने के लिए दरखास्त दी थी।

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मार्क के मुताबिक इस चुनाव के परिणाम आने के बाद कराई उनकी अपनी जांच में इस तरह की कोई बात सामने नहीं आई थी कि चुनाव के दौरान ट्रंप ने किसी तरह की कोई हेरा-फेरी की थी। न ही यह बात सामने आई थी कि ट्रंप ने चुनाव परिणाम को अपने हक में कराने के लिए वोटिंग सिस्टम को हैक किया था। लेकिन अब जबकि इलेक्शन बोर्ड ने मतगणना दोबारा कराए जाने को मंजूर कर लिया है तो वह इस फैसले के साथ हैं। उन्होंने कहा कि वह इसमें साथ देकर दुनिया को यह बताना चाहती हैं कि यहां का वोटिंग सिस्टम पूरी तरह से दुरुस्त है और यहां पर गड़बड़ी की कोई आशंका नहीं है।

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एलियास ने यह भी कहा कि यदि मार्क पेनसिल्वेनिया और मिशिगन में भी इसी तरह की मांग करते तो वहां पर भी वह उनका समर्थन करतीं और उनका रुख यही रहता। यहांं से ट्रंप ने बेहम कम अंतर से क्लिंटन पर जीत दर्ज की थी। गौरतलब है कि इस चुनाव में डेमाेक्रेट उम्मीद्वार हिलेरी क्लिंटन को हार के बावजूद भी सबसे ज्यादा पॉपुलर वोट मिले थे। इस दौरान उन्हें करीब बीस लाख वोट मिले। दोबारा मतगणना होने के दौरान सभी मतों को एक एक कर सभी मतों की जांच की जाएगी। इस दौरान करीब तीस लाख वोट डाले गए थे। इस मतगणना के लिए 13 दिसंबर तक का समय दिया गया है।

दोबारा मतगणना की मांग करने वाले स्टेन को इसके लिए करीब सात मिलियन यूएस डॉलर बतौर फीस चुकाने हैं, जिनसे से करीब 5.8 मिलियन यूएस डॉलर वह चंदे के जरिए जुटा चुके हैं। आपको बता दें कि हिलेरी को 228 और रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रम्प को 279 इलेक्टोरल वोट मिले थे। जीत या बहुमत के लिए 538 में से 270 इलेक्टोरल कॉलेज जरूरी थे। लिहाजा इस हिसाब से ट्रंप को विजेता घोषित किया गया था। ट्रंप बस थोड़े अंतर से जीते थे।

इलेक्शन लॉयर्स और डाटा एक्सपर्ट के एक ग्रुप ने चुनावों में साइबर हैकिंग का शक जताया था। जिसके बाद ग्रुप ने हिलेरी क्लिंटन को तीन राज्यों में पड़े वोटों को री-काउंट कराने की सलाह दी थी। ग्रुप ने हिलेरी को विस्कॉन्सिन, मिशिगन और पेन्सिलवेनिया में वोटों की गिनती दोबारा कराने को कहा था।


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