फ्रांसीसी अर्थशास्त्री तिरोल को मिला नोबेल
फ्रांस के अर्थशास्त्री जीन तिरोल को अर्थशास्त्र के नोबेल के लिए चुना गया है। उन्हें 'बाजार शक्ति एवं नियमन' पर उनके शोध के लिए यह सम्मान दिया जाएगा।
स्टॉकहोम। फ्रांस के अर्थशास्त्री जीन तिरोल को अर्थशास्त्र के नोबेल के लिए चुना गया है। उन्हें 'बाजार शक्ति एवं नियमन' पर उनके शोध के लिए यह सम्मान दिया जाएगा।
रॉयल स्वीडिश अकेडमी ऑफ साइंस ने तिरोल के नाम की घोषणा करते हुए कहा, '1980 के मध्य से अब तक जीन तिरोल ने बाजार पर होने वाले शोध में नई जान फूंकी है।' अकेडमी ने कहा, 'तिरोल ने अपने लेखों और किताबों की श्रृंखला में ऐसी नीतियों की रचना के लिए फ्रेमवर्क प्रस्तुत किया है और टेलीकम्युनिकेशन से लेकर बैंकिंग तक के उद्योगों पर इन्हें लागू किया है।'
अर्थशास्त्र के नोबेल के साथ ही 2014 के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा पूरी हो चुकी है। पिछले हफ्ते चिकित्सा, भौतिकी, रसायन, साहित्य और शांति के लिए नोबेल पुरस्कारों की घोषणा की गई। पुरस्कार 10 दिसंबर को प्रदान किए जाएंगे। अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कारों की शुरुआत 1968 में स्वीडन के केंद्रीय बैंक ने की थी। इसकी पुरस्कार राशि भी अन्य पुरस्कारों के जितनी ही है। पिछली साल अर्थशास्त्र का नोबेल तीन अमेरिकी अर्थशास्त्रियों को दिया गया था।
कौन हैं जीन तिरोल
61 वर्षीय तिरोल फ्रांस के टोयूलोज स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में कार्यरत हैं। प्रोफेसर तिरोल का जन्म 9 अगस्त 1953 को फ्रांस में हुआ। उन्होंने 1976 में इकोल पोलिटेक्निक से इंजीनियरिंग की परीक्षा पास की और 1981 में एमआइटी से पीएचडी की। 1984 से 1991 तक वे एमआइटी में एसोसिएट प्रोफेसर रहे। तिरोल ने अर्थशास्त्र और वित्त के मामले पर 200 से अधिक लेख और 10 किताबें लिखी हैं। तिरोल की प्रमुख पुस्तकों में 'थ्योरी ऑफ इंडस्ट्रियल ऑर्गेनाइजेशन', 'गेम थ्योरी' एवं 'ए थ्योरी ऑफ इंसेंटिव्स इन प्रोक्योरमेंट एंड रेगुलेशन' शामिल हैं।