वाशिंगटन। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने कहा है कि इस वर्ष अल नीनो समुद्री खाद्य श्रृंखला को बर्बाद कर सकता है। उनके मुताबिक इस वर्ष अलनीना के प्रभाव से समुद्र के भीतर पाए जाने वाले छोटे-छोटे पौधे, समुद्री खाद्य, मछलियां और मछुआरों की जिंदगी प्रभावित हो सकती है।
क्या है अल नीनो?
अल नीनो वो प्राकृतिक घटना है जिसमें प्रशांत महासागर का गर्म पानी उत्तर और दक्षिण अमरीका की ओर फैलता है और फिर इससे पूरी दुनिया में तापमान बढ़ता है। यह अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग तरह से मौसम को अप्रत्याशित ढंग से प्रभावित करता है।
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अल नीनो प्रत्येक दो वर्ष में एक बार आता है। इससे बादल कम बनने के कारण मानसून कमजोर रहता है। अलनीनो खत्म होने पर मानसून सामान्य रहता है। जब ये गर्म पानी वायुमंडल के स्ट्रॉम सिस्टम को बदल देता है तब इसका असर समुद्र के भीतर तलहट्टी पर भी पड़ता है।
मेरीलैंड में नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर में सागर वैज्ञानिक स्टेफन अस ने कहा कि अल नीनो के गर्म पानी भूमध्य रेखा के साथ साथ चिली और पेरू तट के सामान्य पानी को ढक देता है। इसका असर वहां मौजूद समुद्री खाद्य श्रृंखला पर पड़ता है।
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