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बोको हराम ने लाशों से पाटा नाइजीरिया का दामासक शहर

आतंकी संगठन बोको हराम जहां से गुजर रहा है वहीं लाशों के ढ़ेर छोड़ता जा रहा है। बोको हराम को कड़ी टक्‍कर देकर पछाड़ने में कामयाब रहे नाइजर और चैड की सेनाओं ने जब नॉर्थ ईस्टर्न नाइजीरिया में प्रवेश्‍ा किया तो यहां पर उनका दूर तक उन्‍हें लाशों के ढ़ेर

By Kamal VermaEdited By: Published: Sat, 21 Mar 2015 04:25 PM (IST)Updated: Sun, 22 Mar 2015 12:57 AM (IST)
बोको हराम ने लाशों से पाटा नाइजीरिया का दामासक शहर

दामासक [नाइजीरिया]। आतंकी संगठन बोको हराम जहां से गुजर रहा है वहीं लाशों के ढ़ेर छोड़ता जा रहा है। बोको हराम को कड़ी टक्कर देकर पछाड़ने में कामयाब रहे नाइजर और चैड की सेनाओं ने जब नॉर्थ ईस्टर्न नाइजीरिया में प्रवेश्ा किया तो यहां पर उनका दूर तक उन्हें लाशों के ढ़ेर लगे हुए मिले। यहां पर हर तरफ मौजूद तबाही बोको हराम के निर्दयता से किए गए कत्ले-आम की कहानी बयां कर रही थी। सैनिकों को यहां पर शुक्रवार को 70 से ज्यादा ऐसी लाशें मिलीं। इनमें से ज्यादातर का गला काट कर हत्या की गई थी।

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शहर में घुसने पर एक पुल के नीचे सैनिकों को ऐसी जगह भी जिसे शायद बोको हराम के लड़ाकों ने कत्ल करने के इस्तेमाल किया होगा। पुल से नीचे सैनिकों को कई लाशें मिली हैं। देखने से साफ पता चलता है कि इनकी हत्या कई दिन पहले की गई होगी। इनमें से कई को ममी बनने के करीब हैं तो कई इस कदर सड़ गए हैं कि उनसे बदबू आ रही है। कई जगहों पर इंसानी खोपडि़यां यहां हुए कत्ले-आम की गवाही दे रही हैं। बंजर और रेगिस्तानी हवाओं की वजह से कई लाशें बुरी तरह से सड़ चुकी हैं।

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बोको हराम के डर से नाइजीरिया से भागे ग्यारह हजार लोग

नॉर्थ ईस्ट नाइजीरिया में इस्लामिक खिलाफत की स्थापना करने के मकसद से बोको हराम पिछले 6 साल से हिंसा फैला रहा है। यहां पर अराजकता के दौर में हजारों लोग बोको हराम के हाथों अपनी जान गंवा चुके हैं। इस्लामिक संगठन ने पिछले साल नवंबर में दामासक पर कब्जा किया था। पिछले शनिवार नाइजर और चैड की सेनाओं ने अंतर्राष्ट्रीय मदद के दम पर आतंकियों का यहां से खात्मा किया है।

चैड सेना के मुताबिक पूरे यहां की सूख चुकी नदी के तल पर कम से कम 100 लाशें बिखरी पड़ी थीं। पुल पर भी कई जगहों पर खून लगा हुआ है। सैनिकों के मुताबिक पुल पर लाेगों की हत्या करने के बाद उन्हें नदी में फैंका जाता होगा। सेना के मुताबिक अब यहां पर कुछ बुजुर्ग लोग ही रह गए हैं बाकी सब बोको हराम के डर से यहां से भाग गए। एक स्थानीय निवासी के मुताबिक 'जब बोको हराम ने हमला किया, हम लोग झाड़ियों की तरफ भागे। वे गोलियां चलाते रहे। उन्होंने लोगों का पीछा किया और उन्हें मार दिया।

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