26/11: गवाहों ने दिए आतंकी शिविरों के विवरण
पाकिस्तान में मुंबई हमले पर चल रहे मुकदमे में शनिवार को अभियोजन पक्ष के पांच गवाहों ने अदालत के समक्ष बयान दर्ज कराए। इन गवाहों ने मुंबई हमले में इस्तेमाल हुए आतंकी प्रशिक्षण शिविरों के बारे में कोर्ट के समक्ष विवरण प्रस्तुत किए। इसके बाद मामले की सुनवाई 13 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दी गई।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में मुंबई हमले पर चल रहे मुकदमे में शनिवार को अभियोजन पक्ष के पांच गवाहों ने अदालत के समक्ष बयान दर्ज कराए। इन गवाहों ने मुंबई हमले में इस्तेमाल हुए आतंकी प्रशिक्षण शिविरों के बारे में कोर्ट के समक्ष विवरण प्रस्तुत किए। इसके बाद मामले की सुनवाई 13 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दी गई।
आदियाला जेल में चली सुनवाई के दौरान रावलपिंडी स्थित आतंक रोधी अदालत के जज हबीब-उर-रहमान के समक्ष गवाहों ने बयान दर्ज कराए।
संघीय जांच एजेंसी [एफआइए] के वकील चौधरी जुल्फीकार अली ने बताया कि वह कोर्ट की कार्यवाही के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते क्योंकि यह मामला राष्ट्रीय हित से जुड़ा हुआ है। हालांकि सूत्रों के मुताबिक ज्यादातर गवाहों के बयान प्रशिक्षण शिविरों पर ही केंद्रित थे।
इससे पहले शुक्रवार को एफआइए के पूर्व प्रमुख तारिक परवेज खोसा ने संसदीय समिति को बताया था कि जांचकर्ताओं को सिंध प्रांत की राजधानी कराची और थट्टा में लश्कर-ए-तैयबा के दो कैंप मिले थे। इन शिविरों का इस्तेमाल मुंबई हमले से जुडे़ आतंकियों की ट्रेनिंग के लिए किया गया था।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर