West Bengal: बंगाल में तृणमूल ने मनाया खेला होबे दिवस, पार्टी कार्यकर्ताओं ने जमकर खेला फुटबॉल टूर्नामेंट
बंगाल में पिछले साल विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद तीसरी बार सत्ता में लौटीं ममता बनर्जी सरकार और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार को लगातार दूसरे साल खेला होबे (खेला होगा) दिवस के रूप में मनाया। विधानसभा चुनाव के दौरान खेला होबे का नारा काफी हिट रहा था।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में पिछले साल विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद तीसरी बार सत्ता में लौटीं ममता बनर्जी सरकार और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार को लगातार दूसरे साल खेला होबे (खेला होगा) दिवस के रूप में मनाया। इस अवसर पर राज्य सरकार व पार्टी की ओर से खेल को बढ़ावा देने के लिए पूरे राज्यभर में फुटबाल मैच आयोजित किए गए। तृणमूल नेताओं, कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने इसमें बढ़-चढ़कर भागीदारी की।
गौरतलब है कि पिछले साल राज्य में विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता का खेला होबे का नारा काफी हिट रहा था। चुनाव में तृणमूल ने भाजपा को हराकर लगातार तीसरी बार सत्ता पर काबिज हुई। इसके बाद ममता ने पिछले वर्ष ही घोषणा की थी कि 16 अगस्त को हर साल खेला होबे दिवस के तौर पर मनाया जाएगा। इधर, इस दिन राज्य सरकार व तृणमूल की ओर से पूरे राज्य में करीब एक लाख फुटबाल का भी वितरण किया गया। विभिन्न क्लबों, स्कूलों व खेल में हिस्सा लेने वाले खिलाडिय़ों के बीच इसका वितरण किया गया। इससे पहले खेला होबे दिवस पर मुख्यमंत्री ने सुबह ट्वीट कर सभी को शुभकामनाएं दी और पिछले वर्ष की तरह इस बार भी आयोजन में युवाओं की बड़ी भागीदारी की उम्मीद जताई।
तृणमूल के विधायक तापस राय ने कहा कि पार्टी के सभी नेताओं को राज्य के सभी ब्लाक में कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए थे। उन्होंने कहा कि कोलकाता में 1980 में ईडन गार्डन में फुटबाल मैच के दौरान हुई भगदड़ में मारे गए 16 लोगों को श्रद्धांजलि देने और खेलों को बढ़ावा देने के वास्ते फुटबाल मैच आयोजित किए गए।
भाजपा ने खेला होबे दिवस के नाम पर अत्याचार का लगाया आरोप
दूसरी ओर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने राज्यपाल एल गणेशन को पत्र देकर खेला होबे के नाम पर तृणमूल पर विपक्षी दलों के खिलाफ हिंसा और अत्याचार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि खेला होबे शब्द का इस्तेमाल विपक्ष के खिलाफ आक्रमण के लिए किया जा रहा है और मुख्यमंत्री ने खुद स्वतंत्रता दिवस पर धमकी देकर अपने कार्यकर्ताओं को उकसाया है। उन्होंने इसके खिलाफ राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग की।