गोरखपुर में सौ से अधिक औद्योगिक भूखंड निरस्त होंगे, गीडा ने शुरू की तैयारी
गोरखपुर में गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) से फैक्ट्री लगाने के लिए भूखंड लेकर कई उद्यमियों ने वहां गोदाम बनवा लिया। गीडा अब ऐसे 100 से अधिक आवंटियों के भूखंडों का आवंटन निरस्त करने जा रहा है। इसकी तैयारी शुरू हो गई है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) से औद्योगिक इकाई लगाने के लिए भूखंड आवंटित कराने वाले 100 से अधिक आवंटियों ने गोदाम बना रखा है। इनमें से कई गोदामों का उपयोग अवैध काम के लिए किया जा रहा है। हाल ही में भारी मात्रा में पकड़े गए कफ सिरप को रखने के लिए ऐसे ही गोदाम का प्रयोग किया जा रहा था। मामला प्रकाश में आने के बाद गीडा प्रबंधन ऐसे भूखंडों की जांच करने जा रहा है, जहां फैक्ट्री नहीं लगी है और गोदाम बना लिए गए हैं।
ऐसे ही गोदाम में पकड़ा गया था करोड़ों रुपये का प्रतिबंधित कफ सिरप
कुछ दिन पहले करोड़ों रुपये कीमत की कफ सिरप सेक्टर 15 के एक ऐसे ही अवैध गोदाम से पकड़ी गई थी। इसके पहले प्रतिबंधित पालिथीन को भी यहां रखकर कारोबार करने का राजफाश हो चुका है। अवैध गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद गीडा प्रबंधन ऐसे भूखंडों का सर्वे करा रहा है। सर्वे करने के बाद ऐसे आवंटियों को नोटिस देकर उनका आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा। गीडा के सेक्टर 15 स्थित गोदाम में कफ सिरप रखकर उसे कई जिलों में भेजा जाता था।
ऐसे की गोदामों में रखी जाती थी अवैध शराब
हरियाणा से आने वाली अवैध शराब भी ऐसे ही गोदाम में रखी जाती थी। भूखंड के आवंटियों को ऐसे लोगों को गोदाम देने पर अच्छा किराया मिलता है। गीडा प्रबंधन द्वारा कराया जा रहा सर्वे 20 अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा। अभी तक 40 ऐसे आवंटी चिह्नित हुए हैं, जो भूखंड का दुरुपयोग कर रहे हैं। ऐसे आवंटियों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है।
आवंटन निरस्त करेगा गीडा
गीडा के सीईओ पवन अग्रवाल ने बताया कि भूखंडों का प्रयोग किस कार्य के लिए किया जा रहा है, यह जानने के लिए सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे पूरा हो जाने के बाद जिनके द्वारा भूखंड का दुरुपयोग करता पाया जाएगा, उसका आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा। गीडा में किसी भी तरह की अवैध गतिविधि को पनपने नहीं दिया जाएगा।