बिहार मंत्रिमंडल में समस्तीपुर से तीन दिग्गज, विजय कुमार चौधरी, आलोक कुमार मेहता व तेज प्रताप
Bihar News पिछली सरकार की तुलना में दो मंत्री पद का इजाफा। समर्थकों व आम लोगों में खुशी की लहर। पिछली सरकार में केवल मंत्री विजय कुमार चौधरी थे। इस बार आलोक कुमार मेहता तथा तेज प्रताप यादव भी मंत्रिमंडल में हुए शामिल।
समस्तीपुर, जासं। नवगठित राज्य सरकार में समस्तीपुर को तीन मंत्री पद मिला है। पिछली सरकार में एक मात्र मंत्री विजय कुमार चौधरी थे। इस बार आलोक कुमार मेहता और तेज प्रताप यादव को मंत्री बनाया गया है। इससे समस्तीपुर के लोग गदगद हैं।
सबसे पहले बुलाया गया विजय कुमार चौधरी का नाम
समस्तीपुर के दलसिंहसराय प्रखंड अंतर्गत केवटा ग्राम में 8 जनवरी 1957 को पूर्व विधायक जगदीश चौधरी के घर इनका जन्म हुआ। 1979 में इतिहास विषय के साथ स्नातकोत्तर की शिक्षा हासिल की। 24 जून 1983 में ये परिणय सूत्र में बंधे। 1979 में ही इनका चयन बैंक पीओ पद पर हुआ। उन्होंने अपना योगदान केरल राज्य के त्रिवेंद्रम में देकर बैंकिंग के क्षेत्र में अपनी सेवा प्रारंभ की, परंतु कुछ ही दिनों में उन्होंने त्यागपत्र दे दिया। 1983 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े। इसमें उन्हें सफलता मिली।
1985 से 1990 में भी वे विजयी हुए। 1995 एवं 2000 का चुनाव ये नहीं जीत पाए। 2005 में कांग्रेस पार्टी को छोड़कर जनता दल (यू) में शामिल हो गए। फरवरी 2010 से नवंबर 2010 तक पार्टी अध्यक्ष भी रहे। विधायक भी चुने गए और बिहार सरकार में जल संसाधन मंत्री बने।
बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री रह चुके हैं
वर्ष 2015 में सरायरंजन से विधायक चुने गए और इस बार वे विधानसभा अध्यक्ष निर्वाचित किये गए। 2018 में राष्ट्रमंडल संसदीय संघ भारत प्रक्षेत्र के छठे सम्मेलन के मेजबानी की भूमिका सफलतापूर्वक निर्वहन की। विधानसभा अध्यक्ष के रूप में राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के 62वां, 63वां एवं 64वां सम्मेलन यूनाइटेड किंग्डम, बांग्लादेश एवं युगांडा की राजधानी में आयोजित सम्मेलन में भाग लिया।
वर्ष 2018 में मॉरीशस की यादगार यात्रा कर इन्होंने अपनी संस्कृति के लोगों से संबंध प्रगाढ़ करने में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में सरायरंजन विधानसभा से लगातार तीसरी बार निर्वाचित होकर बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री बने। इस बार मंत्रिमंडल की सूची में शपथ ग्रहण के लिए सबसे पहले विजय कुमार चौधरी को बुलाया गया।
आलोक कुमार मेहता
वैशाली जिले के महुआ प्रखंड के मिर्जानगर गांव निवासी पूर्व मंत्री स्व तुलसी दास मेहता के घर में इनका जन्म 3 नवंबर 1966 को हुआ। बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने में जुटे। राष्ट्रीय जनता दल के संस्थापक सदस्याें में रहे हैं। मंत्री बनने से पूर्व वे पार्टी के प्रदेश प्रधान महासचिव थे। वर्ष 2000 में कल्याणपुर विधानसभा से विधायक का चुनाव लड़ने के साथ ही उन्होंने अपनी राजनीतिक की शुरुआत की, लेकिन समता पार्टी के अश्वमेध देवी से 1840 वोट से चुनाव हार गए।
समस्तीपुर लोक सभा से मई 2004 में समता पार्टी के रामचंद्र सिंह को पराजित कर पहली बार सांसद बने। 2009 में नवगठित उजियारपुर लोकसभा चुनाव से हार का सामना करना पड़ा। वर्ष 2014 में फिर उजियारपुर लोकसभा से पराजित हुए। वर्ष 2015 में महागठबंधन से उजियारपुर विधानसभा से निर्वाचित हुए। महागठबंधन सरकार में सहकारिता मंत्री बनाया गया। 2020 में वे फिर निर्वाचित हुए। इस बार उन्हें एक बार फिर मंत्री बनाया गया है।
हसनपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं तेज प्रताप
दूसरी बार मंत्री बन रहे तेज प्रताप राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव तथा राबड़ी देवी के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव समस्तीपुर के हसनपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। इनका जन्म 16 अप्रैल 1988 को बिहार के गोपालगंज जिले के फुलवरिया गांव में हुआ था। इसके पूर्व वे वैशाली जिले के महुआ विधानसभा क्षेत्र से भी विधायक रह चुके हैं। 2015 में बिहार में महागठबंधन सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके हैं। विधानसभा चुनाव में दिये गए हलफनामे के मुताबिक उन्होंने बारहवीं तक की पढ़ाई की।