विजिलेंस ने निकलवाया Ram Bilas Yadav के चार साल के कार्यकाल का आय-व्यय का हिसाब, 25 गुना बढ़ी संपत्ति
Ram Bilas Yadav सेवानिवृत्त आइएएस राम बिलास यादव (Ram Bilas Yadav) ने लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) में सचिव रहते हुए मोटी कमाई की। विजिलेंस की ओर से बुधवार को 2500 पेजों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की गई है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: Ram Bilas Yadav : आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में गिरफ्तार निलंबित व सेवानिवृत्त आइएएस राम बिलास यादव (Ram Bilas Yadav) ने लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) में सचिव रहते हुए मोटी कमाई की।
यादव ने 25 गुना अधिक संपत्ति अर्जित की
विजिलेंस की ओर से राम बिलास यादव (Ram Bilas Yadav) का 2013 से 2016 तीन साल के कार्यकाल के आय-व्यय का हिसाब निकलवाया तो पता चला कि यादव ने 25 गुना अधिक संपत्ति अर्जित की। विजिलेंस की ओर से बुधवार को 2500 पेजों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की गई है।
20 अगस्त को कोर्ट में होनी है यादव की पेशी
विजिलेंस की ओर से कोर्ट में पैरोकारी करने वाले सुरेंद्र सिंह ने बताया कि यादव (Ram Bilas Yadav) को भी तलब किया जाएगा। 20 अगस्त को यादव की कोर्ट में पेशी होनी है। इस दौरान उन्हें भी चार्जशीट की एक कापी दी जाएगी।
सुरेंद्र सिंह ने बताया कि उनकी ओर से पूरे तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की गई है। तथ्य जुटाने के लिए विजिलेंस की टीम कुछ दिन उत्तर प्रदेश में रही, जिसके बाद यादव (Ram Bilas Yadav) की सारी संपत्ति का रिकार्ड जुटाया गया है।
22 जून को देहरादून में विजिलेंस के समक्ष पेश हुए थे यादव
नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश पर तत्कालीन समाज कल्याण विभाग के अपर सचिव राम बिलास यादव (Ram Bilas Yadav) 22 जून को देहरादून में विजिलेंस के समक्ष पेश हुए थे, जहां 13 घंटे पूछताछ के बाद विजिलेंस ने उसे गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तारी से चंद घंटे पहले उत्तराखंड शासन ने जांच में सहयोग न करने पर राम बिलास यादव (Ram Bilas Yadav) को निलंबित कर दिया था।
उनके पास समाज कल्याण के अलावा कृषि और उद्यान विभाग के अपर सचिव का भी दायित्व था। यादव (Ram Bilas Yadav) को 30 जून को सेवानिवृत्त होना था, लेकिन उससे पहले ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।