Education In UP: विद्यांजलि पोर्टल से तीन साल के लिए आप भी स्कूल को ले सकेंगे गोद, शासन ने शुरु की योजना
Education In UP यूपी के परिषदीय स्कूलों का कायाकल्प करने के लिए शासन ने अनूठा प्रयास किया है। अब विद्यांजलि पोर्टल के जरि उद्यमियों एनजीओ के साथ-साथ आम लोग भी स्कूलों को गोद ले सकेंगे। बीते एक अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका शुभारंभ किया था।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। Education In UP यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए प्रयासरत है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बेसिक और उच्च शिक्षा के स्तर को सुधारने पर फोकस है। इसके लिए सरकार ने कई योजनाएं भी शुरु की हैं। जिसे आसानी से सभी बच्चों को शिक्षा प्राप्त हो सके।
विद्यांजलि पोर्टल की मदद से परिषदीय स्कूलों में विद्यार्थियों को मिलेगी बेहतर सुविधाएं
- परिषदीय स्कूलों की सूरत को बदलने के लिए विद्यांजलि कायाकल्प पोर्टल की मदद से तीन साल तक के लिए गोद लिया जा सकेगा।
- उद्यमियों, स्वयं सेवी संस्थाओं, विद्यालय के पूर्व छात्र व उनका परिवार, राजपत्रित अधिकारी व जनप्रतिनिधि आदि स्कूलों को गोद ले सकेंगे।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बीते एक अगस्त को इस पोर्टल का शुभारंभ किया गया था। इसकी मदद से स्कूलों को गोद लेने की प्रक्रिया काफी आसान कर दी गई है।
- स्कूलों में 27 तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी। प्राइवेट स्कूलों की तरह परिषदीय स्कूलों में विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं दिलाने की कोशिश की जा रही है।
- अब दानदाता इस पोर्टल पर जाकर अपने मनचाहे स्कूल को चयनित करेंगे। संबधित जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) के पास प्रार्थन पत्र आनलाइन पहुंच जाएगा। फिर वह जिला स्तर पर गठित समिति से अनुमति लेकर प्रार्थना पत्र को स्वीकार किया जाएगा।
- अनुमति के बाद वह स्कूल को गोद ले सकेंगे। वहीं पोर्टल पर प्राप्त वित्तीय धनराशि को जिला स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सोसाइटी के तहत राष्ट्रीकृत बैंक में खुलवाए गए खाते से प्राप्त किया जाएगा।
- दान देने वाला व्यक्ति अपनी पसंद की एजेंसी से स्कूलों में काम करा सकेगा।
- दानदाता को समय-समय पर खंड शिक्षा अधिकारी प्रगति रिपोर्ट भी देंगे। दानदाता आपरेशन कायाकल्प के तहत होने वाले कार्यों के अलावा स्ट्रीट लाइट, सोलर लाइट, सोलर आरओ प्लांट, अग्निशमन यंत्र, ओपन जिम, झूला व स्लाइडर, कंप्यूटर लैब, विज्ञान प्रयोगशाला के उपकरण, स्टेशनरी व लाइब्रेरी के लिए किताबें आदि दे सकते हैं।
विद्यांजलि पोर्टल की मदद पूरे विद्यालय को गोद लेकर, विद्यालय विकास कोष में दान देकर, अग्रिम सामग्री दान देकर, अध्ययन सामग्री दान देकर व विद्यालय में पथ-प्रदर्शक बनकर किया जा सकता है।