UP: पिछड़ा वर्ग के युवाओं के लिए अच्छी खबर, जिला उद्योग केंद्र देगा कंप्यूटर की फ्री ट्रेनिंग; स्टेप-बाई-स्टेप ऐसे करें आवेदन
जिला उद्योग प्रोत्साहन केंद्र की ओर से आपको न केवल चार महीने का कंप्यूटर का कोर्स सिखाकर पारंगत बनाया जाएगा बल्कि कंप्यूटर के क्षेत्र में स्वरोजगार कर आप कंप्यूटर के बॉस भी बन सकते हैं। एमएसएमई योजना के तहत ऐसे पिछड़े वर्ग के युवतियों और युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
लखनऊ, [जितेंद्र उपाध्याय]। अगर आप बेरोजगार हैं और कक्षा आठ पास हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। जिला उद्योग प्रोत्साहन केंद्र की ओर से आपको न केवल चार महीने का कंप्यूटर का कोर्स सिखाकर पारंगत बनाया जाएगा बल्कि कंप्यूटर के क्षेत्र में स्वरोजगार कर आप कंप्यूटर के बॉस भी बन सकते हैं। 18 से 45 साल तक के युवा जिले के जिला उद्योग केंद्र व उपायुक्त उद्योग कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।
एमएसएमई योजना के तहत ऐसे पिछड़े वर्ग के युवतियों और युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। एक बैच में 37 युवाओं को शामिल किया जाएगा। महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की भी व्यवस्था है।
कैसे करें आवेदन : पिछड़े वर्ग के युवा बेरोजगार जो कक्षा आठ पास हैं वे उपायुक्त उद्योग जिला उद्योग प्रोत्साहन और उद्यमिता विकास कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। योजना के तहत कंप्यूटर ट्रेड में प्रशिक्षण के लिए अभ्यर्थी विभागीय वेबसाइट www.msme.up.gov.in या www.diupmsme.upsdc.gov.in पर 25 अगस्त तक आनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
ऐसे होगा चयन : आवेदन करने वाले युवाओं का चयन साक्षात्कार गठित समिति के माध्यम से किया जाएगा। महिलाओं को न्यूनतम 33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया जाएगा। पहले प्रशिक्षण ले चुके अभ्यर्थियों का चयन नहीं होगा। चार महीने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के उपरांत उत्तीर्ण अभ्यर्थी कंप्यूटर का स्वरोजगार कर सकते हैं। प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को प्रोजेक्ट के आधार पर ऋण दिलाया जाएगा।
जिला उद्योग प्रोत्साहन व उद्यमिता विकास केंद्र के उपायुक्त मनोज कुमार चौरसिया ने बताया कि पिछड़ा वर्ग के युवाओं और युवतियों को समाज की मुख्य धारा में जोड़ने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। मांग के अनुरूप डिजिटल इंडिया के तहत कक्षा आठ पास प्रशिक्षण में हिस्सा लेकर स्वयं का व्यवसाय कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए युवा कैसरबाग स्थित उपायुक्त उद्योग कार्यालय में आकर जानकारी ले सकते हैं।
सरकार की मंशा के अनुरूप युवाओं का स्वरोजगार से जोड़ने के लिए यह बड़ा कदम है। इसके अलावा अनुसूचित जाति व जनजाति के युवा बेरोजगारों के लिए भी इलेक्ट्रीशियन व ब्यूटी पार्लर का प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। चार महीने के प्रशिक्षण में 45-45 युवाओं के दो बैच संचालित होंगे।