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UP Terrorist: चौंका देती हैं 19 साल के आतंकी सैफुल्ला की बातें, एटीएस से बोला- हदीस में लिखा है और होकर रहेगा

UP ATS Terrorist Arrest नुपूर शर्मा की हत्या की साजिश रचने में सहारनपुर से गिरफ्तार आतंकी नदीम के साथी हबीबुल इस्लाम उर्फ सैफुल्ला को फतेहपुर से गिरफ्तार करने के बाद एटीएस ने पूछताछ की तों चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। कट्टर सोच के साथ उसने खुलकर बातें रखीं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Mon, 15 Aug 2022 11:47 AM (IST)Updated: Mon, 15 Aug 2022 11:47 AM (IST)
UP Terrorist: चौंका देती हैं 19 साल के आतंकी सैफुल्ला की बातें, एटीएस से बोला- हदीस में लिखा है और होकर रहेगा
एटीएस ने आतंकी सैफुल्ला से पूछताछ की।

कानपुर, [गौरव दीक्षित]। UP ATS Terrorist Arrest :  फतेहपुर से पकड़ा गया जैश-ए-मोहम्म्द से जुड़ा 19 साल वर्षीय आतंकी हबीबुल इस्लाम उर्फ सैफुल्ला भी उन लोगों की कतार में शामिल है, जो कि देश में गजवा-ए-हिंद का सपना देखते हैं। एटीएस से पूछताछ में उसने अपनी कट्टर सोच का पूरा प्रदर्शन किया और खुलकर अपनी बातें रखीं।

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उसकी कट्टरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसे अफगानिस्तान में शासन कर रहे तालिबानियों का शासन भी शरीयत के हिसाब से नहीं लग रहा है। वह पूरी दुनिया में इस्लाम का शासन चाहता है और गैर इस्लामियों को काफिर मानता है।

फतेहपुर में जैसे ही एटीएस के हाथ सैफुल्ला के गिरहबान तक पहुंचे, छूटते ही उसने यही कहा कि वह सच्चा मुसलमान है और वही कर रहा है जो उसके दीन में कहा गया है। इसके बाद उससे पूछताछ का लंबा सिलसिला शुरू हुआ तो उसकी कट्टरपंथी सोच सामने आ गई।

जब उससे यह सवाल किया गया कि यह ऐसे कट्टरपंथी समूहों के संपर्क में क्यों है, तो उसने सीधा जवाब दिया कि उन सबका मकसद गजवा-ए-हिंद (इस्लाम के विस्तार के लिए भारत में युद्ध) है।

एटीएस ने उससे पूछा कि मौजूदा माहौल में क्या उसे विश्वास है कि ऐसा हो सकेगा तो उसने कहा कि ऐसा जरूर होकर रहेगा, क्योंकि हदीस में ऐसा ही लिखा है।

सैफुल्ला UP Terrorist Saifulla की कट्टरपंथी सोच कितनी गहरी है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसे अफगानिस्तान में शासन कर रहा तालिबान भी ठीक प्रकार से काम करते नहीं दिखाई पड़ रहा।

सैफुल्ला के मुताबिक तालिबान विश्व बिरादरी के दबाव में है। शरीयत के हिसाब से वहां की सभी महिलाएं इस बार बुर्के में नहीं हैं। सभी पुरुषों को दाढ़ी रखना अनिवार्य नहीं है। उसने पूछताछ में गैर मुस्लिमों के लिए काफिर शब्द ही प्रयोग किया।


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