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UKSSSC Paper Leak Case : चयनित अभ्यर्थियों में संदिग्धों के कनेक्शन की जांच कर एसटीएफ को मि‍ली कामयाबी

UKSSSC Paper Leak Case उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामला अब तक हुई 17 गिरफ्तारियों के बाद से चर्चा में है। मामले में एसटीएफ ने चयनित अभ्यर्थियों में संदिग्धों को ही टार्गेट पर लेकर जांच आगे बढ़ाई जिससे बड़ी कामयाबी मिली।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Tue, 16 Aug 2022 01:23 PM (IST)Updated: Tue, 16 Aug 2022 01:23 PM (IST)
UKSSSC Paper Leak Case : चयनित अभ्यर्थियों में संदिग्धों के कनेक्शन की जांच कर एसटीएफ को मि‍ली कामयाबी
uksssc paper leak case : परीक्षा परिणाम में पास 916 अभ्यर्थियों में संदिग्धों से मिली एसटीएफ को बड़ी कामयाबी

अभय कुमार पांडेय, काशीपुर : UKSSSC Paper Leak Case : उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामले में एसटीएफ की तरफ से एक के बाद एक 17 गिरफ्तारियाें ने काफी हद पूरे नेटवर्क का राज खोल कर रख दिया है। मामले में तराई क्षेत्र काशीपुर एक बड़ा अड्डा बना रहा। काशीपुर को एसटीएफ ने लॉचिंग पैड की तरफ इस्तेमाल किया।

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काशीपुर से गिरफ्तारी के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। अभी तक गिरफ्तार आरोपितों में तकरीबन आधा दर्जन से ज्यादा ऐसे हैं जिनके परिजनों ने यह परीक्षा उत्तीर्ण की है। इस परीक्षा में कुल 160000 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी और 916 अभ्यर्थी चयनित हुए थे। एसटीएफ ने उन्हीं 916 चयनित अभ्यर्थियों को केन्द्र में रखकर जांच आगे बढ़ाई जो आरोपितों के किसी न किसी रूप में संपर्क में हैं।

यूकेएसएसएससी की ओर से प्रदेश में 4 और 5 दिसंबर 2021 को स्नातक स्तरीय परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद बेरोजगार संगठनों एवं कई छात्रों ने सीएम से मिलकर परीक्षा में हुई अनियमितताओं की जांच की मांग की। मामले में सीएम के निर्देश पर जांच शुरू हुई और अभी तक इस मामले में एसटीएफ टीम ने कुल 17 आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

दीपक व अमरीष ऐसे आए एसटीएफ के हत्थे

काशीपुर में पहले मुर्गियों का दाने सप्लाइ करने वाला युवक व्यापार में घाटे के चलते पेपर लीक मामले में महेन्द्र चौहान के संपर्क में आया था। इसी दौरान उनकी पुलिस कास्टेंबल अमरीष से भी काफी सांठगांठ हो गई। दोनों इस गिराेह के लिए अभ्यथियों को ढूढ़ने में जुट गए, साथ ही अपनी पत्नियों को भी इस परीक्षा में बैठाने का मन बना लिया।

दीपक व अमरीष ने योजना बनाई कि कमीशन के पैसों से अपनी पत्नियों की नौकरियां लगवा लेंगे। मामले में एसटीएफ ने जब उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की कुंडली खंगाली तो इनमें दो मास्टरमांडड का नाम भी सामने आ गया है। जिसके बाद ये एसटीएफ के हत्थे चढ़ गए।

अभ्यर्थियों के लिंक से कुछ और होंगी गिरफ्तारियां

सूत्रों की माने तो चयनित 916 अभ्यर्थियों की स्क्रीनिंग के बाद अभी और संदिग्धों की जांच की जाएगी। ऐसे में तकरीबन दर्जन भर और नाम सामने आ सकते हैं जो अपने रिश्तेदारों की नौकरी के लिए सहभागी रहे। इसमें काशीपुर, रामनगर, जसपुर व नैनीताल जैसे जगहों से लोगों को पूछताछ के लिए उठाया जा सकता है। इस मामले में तकरीबन 10 करोड़ से ज्यादा की नकदी और कैश उठाए जाने की बात सामने आ रही है।

लेनदेन व अभ्यर्थियों के अकाउंट की चल रही जांच

पूरे मामले में नकदी के अलावा चेक व अकाउंट ट्रांसफर के जरिये प्रत्येक अभ्यर्थी से 15 लाख लेने का मामला सामने आया है। एसटीएफ इस प्रकार के लेनदेन को मिलाने के लिए पास अभ्यर्थियाें के खाते भी खंगाल रही है। कुछ की कॉल डिटेल तक निकाली जा रही है। शुरुआती इनपुट के आधार पर कुछ खातों को फ्रीज भी करा दिया गया है। ऐसे मामलों में अभी तक तकरीबन 83 लाख से ज्यादा की नकदी बरामद हुई है।


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