Jharkhand News: मकई का खेत चरते-चरते कुआं में गिरे दो जंगली हाथी, तीन घंटे चला वन विभाग का रेस्क्यू आपरेशन
Ramgarh News बरसात के इस मौसम में हाथियों का झुंड इनदिनाें मकई के खेतों में उत्पात मचा रहा है। इस दौरान कई तरह के हादसे भी हो रहे हैं। रामगढ़ में ऐसा ही एक हादसा हुआ है। खेत में बनाए गए कुआं में दो जंगली हाथी गिर गए।
रामगढ़, जागरण संवाददाता। झारखंड के रामगढ़ जिले के गोला प्रखंड स्थित पुरबडीह गांव में शुक्रवार की देर रात मकई के खेत स्थित एक सिंचाई कूप में दो जंगली हाथी गिर गए। घटना के बाद दोनों हाथियों की चिंघाड़ से रात-भर पूरे गांव के लोग परेशान रहे। इस तरह की घटनाएं पहले भी कई बार झारखंड में सामने आ चुकी हैं। कुछ दिनों पूर्व पलामू जिले में भी एक हाथी कुआं में गिर गया था। काफी मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला गया था। रांची जिले में भी इस वर्ष ऐसी ही एक घटना हो चुकी है।
मकई का खेत चरते समय कुआं में गिरे
बहरहाल, जानकारी के अनुसार, पुरबडीह निवासी किसान भागीरथ महतो के मकई के खेत में रात को जंगली हाथियों का झुंड प्रवेश कर मकई चरने में मस्त था। इसी बीच अंधेरा होने के कारण खेत में बने 20 फीट ब्यास वाले विशाल कुएं में दो जंगली हाथी गिर गए। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की क्यूआरटी टीम घटनास्थल पहुंच ताबड़तोड़ रेस्क्यू आपरेशन कर लगभग तीन घंटे मशक्कत के बाद रात्रि 12.15 बजे दोनों हाथियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
रेस्क्यू के बाद सुरक्षित जंगल में छोड़े गए
रेस्क्यू टीम में फारेस्टर शिवशंकर कुमार, अनिल कुमार, मनीष शर्मा, दीपक सिन्हा, योगेंद्र कुमार, अजय करमाली, संदीप कुमार, विनोद मुर्मू, गुणा मांझी, लालधन मुर्मू समेत अन्य शामिल थे। लोगों ने रात्रि के अंधेरे में साहस एवं धैर्य के साथ काम किया। रेस्क्यू ऑपरेशन में विशाल कुमार, कैलाश महतो,भागीरथ महतो,इंद्रजीत कुमार, तीजू रविदास एवं अन्य ग्रामीणों का भी सहयोग सराहनीय रहा। रेस्क्यू उपरांत हाथियों को सुरक्षित जंगल की ओर खदेड़ दिया गया।
गोला व दुलमी क्षेत्र में हाथियों का उत्पात
विदित हो कि जिले के गोला व दुलमी प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले कई दिनों से जंगली हाथियों का झुंड उत्पात मचा रहा है। हाथियों द्वारा ग्रामीणों पर हमला करने के साथ-साथ कई घरों को क्षतिग्रस्त भी किया गया है। साथ ही फसल को भी बर्बाद किया गया है। इतना ही नहीं, पिछले दो माह के दौरान हाथियों ने तीन ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया। एक माह पहले भी गोला में एक हाथी का बच्चा कुएं में गिर गया था। उसे घंटों मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम ने सुरक्षित बाहर निकाला था। बहरहाल इस घटना के बाद स्थानीय ग्रामीण दहशत में हैं।