ज्यादा दिनों से बंद नलकूप हो चुके निष्प्रयोज्य : अधिशासी अभियंता
सुलतानपुर: राजकीय नलकूपों से फसलों की सिंचाई हो सके, इसके बेहतर इंतजाम किए जा रहे हैं। जिले में 480 नलकूप हैं। एक से तकरीबन 50 हेक्टेयर फसल की सिंचाई होती है। यह लक्ष्य लगभग पूरा हो जाता है। नलकूपों के संचालन से जुड़ी कुछ खामियां हैं। उन्हें दूर करने के प्रयास निरंतर जारी रहते हैं। यदि ज्यादा दिनों से बंद हैं तो वे निष्प्रयोज्य हैं। ये बातें दैनिक जागरण कार्यालय में बुधवार को आयोजित प्रश्न पहर कार्यक्रम के दौरान अधिशासी अभियंता नलकूप जगदीश कुमार ने कहीं। सिंचाई की समस्या से जुड़े प्रश्न किसानों द्वारा पूछे गए, जिनके जवाब एक्सईएन ने दिए। प्रस्तुत हैं कुछ प्रमुख सवालों के जवाब...
- छह माह से राजकीय नलकूप बंद है, कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
-मनोज तिवारी, कंपनपुर, करौंदीकला
-नलकूप संख्या 141 में कुछ तकनीकी खामी है। उसे दूर किया जा रहा है। मोटर ठीक हो गई है। पांच दिन के भीतर नलकूप सक्रिय हो जाएगा।
- निजी चक में नलकूप लगवाना है, क्या प्रक्रिया है।
-राजाराम सिंह, रायपट्टी, जयसिंहपुर
-लघु सिंचाई विभाग से संपर्क करें। मुख्य विकास अधिकारी के कार्यालय में प्रथम तल पर सहायक अभियंता का कक्ष है। वहां से पूरी प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- सरकारी हैंडपंप खराब है क्या किया जाए।
-नितिन मिश्रा, धनपतगंज
-यह प्रकरण जल निगम से जुड़ा है। उसके अधिशासी अभियंता से संपर्क करें।
-राजकीय नलकूप दस वर्ष से बंद है। सिंचाई के लिए भटकना पड़ता है।
-अनिरुद्ध शुक्ल, प्राणनाथपुर अखंडनगर
आपका नलकूप निष्प्रयोज्य घोषित किया गया है। शासन को इसकी सूचना दी गई है। स्वीकृति के बाद नया नलकूप स्थापित किया जाएगा।
-डायरी में लिखी गई हर समस्या
कार्यक्रम के दौरान अधिशासी अभियंता ने हर समस्या को डायरी में नोट किया। हर संभव मदद करने का भरोसा देने के साथ ही सरकारी फोन नंबर भी साझा किया।