दरभंगा में दस दिनों में तीन मर्डर, पुलिस पर उठने लग सवाल
Bihar crime दरभंगा में क्राइम कंट्रोल करना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है। सिमरी पतोर के बाद बहेड़ी थानाक्षेत्र में घटी घटना से पुलिस गश्त पर उठ रहे सवाल। जिले में आए दिन हो रही लूटपाट व चोरी की भी घटनाएं।
दरभंगा, जासं। दरभंगा जिले में दस दिनों के अंदर तीन लोगों की हत्या कर दी गई। बावजूद इसके पुलिस गंभीर नहीं है। तीनों हत्याकांडों में मुख्य आरोपितों गिरफ्तारी अब तक नहीं हुई है। इससे लोगों में काफी आक्रोश है। छह अगस्त को सिमरी थानाक्षेत्र के शोभन-एकमी बाइपास में शोभन स्थित प्रोपर्टी डीलर शहजाद आलम की हत्या कर दी गई। गोली मारकर फरार हो रहे बदमाशों की तस्वीर भी सीसी कैमरे में कैद मिली है। नाम व पता सत्यापन के बाद भी सभी बदमाश पुलिस गिरफ्त से बाहर है। इसमें एक बड़े नेता के पुत्र भी शामिल हैं।
शहजाद की पत्नी बहेड़ा थानाक्षेत्र के हावी भौआरा निवासी नुजहत परवीन ने जिन चार लोगों को आरोपित किया है उसमें दरभंगा शहर के सेनापत निवासी मो. आरजू खां, शेर मोहम्मद भीगो निवासी मो. अफसर, साहसुपन मोहल्ला निवासी इरशाद कुरैशी और नीतीश कुमार शामिल हैं। लेकिन, सभी के सभी फरार हैं। जांच में कई अन्य लोगों का नाम भी सामने आया है। लेकिन, पुलिस के हाथ खाली है। इस घटना का पुलिस पर्दाफाश करती उससे पहले 09 अगस्त को पतोर ओपी क्षेत्र के रामभद्रपुर पंचायत के पूर्व मुखिया उज्जवल कुमार झा के छोटे भाई विशाल झा उर्फ अभिनव झा की हत्या कर दी गई।
विशाल मंगलवार को सुरहाचट्टी चौक से अपनी बाइक बीआर07ए-जी6524 से घर जा रहा था। इसी बीच रामभद्रपुर-अनार चौक के बीच रामभद्रपुर की ओर से आए बाइक सवार नकाबपोश बदमाशों ने विशाल पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। जिसमें उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई । वारदात को अंजाम देने के बाद सभी अनार कोठी की ओर फरार हो गए। आश्चर्य की बात यह कि विशाल के बाइक पर उसका एक दोस्त भी सवार था। जो सही सलामत बच गया। जबकि, बदमाशों ने पांच से दस राउंड फायरिंग की। घटना स्थल से चार खोखा मिलना यह दर्शाता है कि विशाल की हत्या करना बदमाशों का मुख्य मकसद था।
पुलिस अन्य मामलों की तरह विशाल हत्याकांड में भी तकनीकी सेल के भरोसे छापेमारी कर रही है। लेकिन, अब तक कोई सफलता नहीं मिली है। हालांकि, पुलिस ने लोगों के आक्रोश को देखते हुए विशाल के दोस्त रामभद्रपुर निवासी प्रिंस कुमार को शक के आधार पर बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन, असली हत्यारा अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। इन दोनों ही मामले का पर्दाफाश होता उससे पहले 10 अगस्त को बहेड़ी के बिठौली गांव में स्थानीय निवासी संतोष राय की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इस मामले में चार लोगों को आरोपित किया गया है। लेकिन, किसी की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। दस दिनों के अंदर तीन लोगों की हत्या लोगों को हिलाकर रख दिया है। पुलिस गश्त पर भी सवाल उठने लगे हैं। प्रभारी सदर एसडीपीओ बिरजू पासवान ने बताया कि सभी मामलों के पर्दाफाश में पुलिस जुटी है। छापेमारी जारी है। बहुत जल्द सभी मामलों का पर्दाफाश कर दिया जाएगा। रही बात पुलिस गश्त की तो वह नियमित चल रहा है।