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शहर में बने स्वागत द्वारों को लेकर शुरू हुई सियासत, पूर्व पार्षदों के नाम व फोटो हटवाना चाह रहे कई पार्षद

नगर परिषद के पिछले बोर्ड की ओर से विभिन्न वार्डों की कालोनियों की गलियों के मुहाने पर बनाए गए प्रवेश व स्वागत द्वारों को लेकर पार्षदों के बीच सियासत शुरू हो गई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Aug 2022 06:32 PM (IST)Updated: Thu, 18 Aug 2022 06:32 PM (IST)
शहर में बने स्वागत द्वारों को लेकर शुरू हुई सियासत, पूर्व पार्षदों के नाम व फोटो हटवाना चाह रहे कई पार्षद
शहर में बने स्वागत द्वारों को लेकर शुरू हुई सियासत, पूर्व पार्षदों के नाम व फोटो हटवाना चाह रहे कई पार्षद

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:

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नगर परिषद के पिछले बोर्ड की ओर से विभिन्न वार्डों की कालोनियों की गलियों के मुहाने पर बनाए गए प्रवेश व स्वागत द्वारों को लेकर पार्षदों के बीच सियासत शुरू हो गई है। कई पार्षद इन स्वागत द्वारों से पुराने पार्षदों के फोटो व नाम हटवाना चाह रहे हैं। उनकी ओर से नगर परिषद की चेयरपर्सन सरोज राठी के कार्यालय में अनौपचारिक बैठक भी की गई। बैठक में जब इन पार्षदों ने सरोज राठी के पति रमेश राठी व अन्य पार्षदों के सामने यह प्रस्ताव रखा तो इस पर आपस में बहस हो गई। कुछ पार्षदों ने इस पर एतराज कर दिया। ऐसे में जब सरोज राठी के सामने हो हल्ला हुआ और पार्षद जोर जोर से बात करने लगे तो चेयरपर्सन ने उन्हें बीच में ही टोक दिया। उन्होंने कहा कि शांति बनाए रखें। अगर ऊंची आवाज में बात करनी है तो आप कार्यालय के सभागार में चले जाए। इस पर सभी पार्षदों ने सरोज राठी की बात मानते हुए सभागार में जाकर बैठक की। यहां पर वार्ड 18 के पार्षद संदीप दहिया, वार्ड 19 से सचिन दलाल, वार्ड 21 से बिजेंद्र दलाल, वार्ड 12 से मनीषा धनखड़ के पति योगेश धनखड़ ने कहा कि वे अपने वार्डों में किसी पुराने पार्षद का फोटो व नाम स्वागत द्वारों पर नहीं रखना चाहते। ऐसे में जो भी उचित कार्रवाई हो वह की जाए और उन्होंने दूसरे पार्षदों से भी इसके लिए सहयोग मांगा। उनके इस प्रस्ताव का समर्थन कुछ अन्य पार्षदों ने भी किया लेकिन नप के वाइस चेयरमैन राजपाल उर्फ पालेराम शर्मा, पार्षद सत्यप्रकाश छिकारा व संदीप अहलावत ने कहा कि आज से पांच साल के बाद हमारे नाम के आगे भी पूर्व पार्षद हो जाएगा। ऐसे में पुराने पार्षद भी सम्मानित हैं। उनके कार्यकाल में किए गए कार्याें को हमें दरकिनार नहीं करना चाहिए। अगर कहीं उनका नाम व फोटो लगा है उसे रखना चाहिए और नाम के आगे पूर्व पार्षद जरूर लिखवाया जाना चाहिए। वर्तमान पार्षद अपने कार्यकाल में जो भी कार्य करवाए, वे उनमें अपना नाम व फोटो लगवा लें। पार्षद सत्यप्रकाश छिकारा ने बताया कि अगर कोई द्वार बना है और उस पर किसी का नाम लगा है तो उसका बोर्ड द्वारा प्रस्ताव किया गया है। ऐसे में उस नाम को हटाना नहीं चाहिए। पुराना बोर्ड भी हमारे लिए सम्मानित है। वो भी जनप्रतिनिधि रहे हैं। इस पर संदीप दहिया, सचिन दलाल, बिजेंद्र दलाल व योगेश धनखड़ बोले कि कोई दूसरा पार्षद अपने वार्ड में पूर्व पार्षदों के नाम व फोटो हटवाए या न हटवाए, मगर वे अपने वार्डों से उनके नाम व फोटो जरूर हटवाएंगे और इस प्रस्ताव को नगर परिषद की सामान्य बैठक में जरूर रखेंगे। पार्षद बिजेंद्र दलाल ने वार्ड 21 में रोहतक-दिल्ली रोड पर बनाए गए शांति द्वार को लेकर आपत्ति जताई और उसका नाम बदलने की मांग की। बैठक में सरोज राठी के पति रमेश राठी ने कहा कि पार्षद सर्वसम्मति से जो भी चाहेंगे, वहीं कार्य किया जाएगा। इसके लिए एक प्रस्ताव नगर परिषद की बैठक में रखवा दिया जाएगा। दरअसल, पिछले बोर्ड में स्वागत द्वारों को लेकर लाखों रुपये खर्च किए गए थे और उन पर तत्कालीन पार्षदों ने अपने नाम व फोटो लगवाए थे।


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