जिस बुजुर्ग की आय दो लाख से ज्यादा, उसी की काटी जा रही पेंशन : ओपी यादव
- बचों की आमदनी का पेंशन से नहीं कोई लेना-देना
जागरण संवाददाता, रोहतक :
हरियाणा में बुढ़ापा पेंशन को लेकर चल रहे विवाद पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओपी यादव ने कहा कि किसी भी बुजुर्ग की गलत ढंग से पेंशन नहीं काटी जा रही। प्रतिवर्ष दो लाख रुपये आय का मापदंड है, अगर इससे कम बुजुर्गों की आय है तो उनकी पेंशन नहीं काटी जाएगी, बेशक उनके बच्चे लाखों रुपए कमा रहे हो। मंत्री यादव शनिवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय ध्वज वंदन कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। मंत्री यादव ने कहा कि बेशक, बच्चों के साथ परिवार पहचान-पत्र और राशन कार्ड में नाम भी बुजुर्ग का शामिल हो। अगर बुजुर्ग की आय दो लाख से कम है तो पेंशन सरकार द्वारा दी जाएगी। उन्होंने अन्य राज्यों में सालाना आय सीमा महज 45 हजार से लेकर डेढ़ लाख रुपये तक है, जबकि हरियाणा में दो लाख रुपये सालाना आय की छूट है। इसको लेकर भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं, जो कि बिल्कुल गलत है। बुजुर्गों को किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि क्रीमिलेयर को खत्म नहीं किया जाएगा। लेकिन जो आर्थिक रूप से कमजोर है, उनको आरक्षण का लाभ जरूर मिलना चाहिए। राज्य सरकार इसको लेकर बेहतर योजना बना रही है। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में आयोजित राष्ट्रध्वज सम्मान समारोह में उन्होंने हाथ में झंडा लेकर स्कूली बच्चों के साथ तिरंगा यात्रा निकाली। ओपी यादव ने कहा कि तिरंगा हमारी आन, बान और शान का प्रतीक है और इसके हाथ में आने से गर्व की अनुभूति होती है। हर देशवासी के लिए यह गर्व का क्षण है, जो हम अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज को फहरा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इससे दिल में देश भक्ति की भावना का संचार होता है और आज जिस तरह से स्कूली बच्चों ने इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, वह राष्ट्र प्रेम का सबसे बड़ा सबूत है। इस अवसर पर पूर्व सहकारिता राज्य मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर भी मौजूद थे।