प्रभु भक्ति के बिना जीवन की मंजिल अधूरी : स्वामी दयाल दास
तप स्थान बौहड़ी साहिब में गद्दीनशीन स्वामी दयाल दास महाराज का जन्मदिन समूह संगत की ओर से मनाया गया।
संवाद सहयोगी, काठगढ़ : तप स्थान बौहड़ी साहिब में गद्दीनशीन स्वामी दयाल दास महाराज का जन्मदिन समूह संगत की ओर से मनाया गया। इस अवसर पर श्री रामायण जी के पाठ रखकर उसका भोग डाला गया और हवन करवाया गया। हवन में पूर्णाहुति डाली गई। जिसमें राष्ट्रीय संत भगवान दास महाराज, संत बेअंत दास महाराज विदोशी वालों ने मुख्य तौर पर शिरकत की। इस अवसर पर 31 किलो का केक काटकर संगत में बांटा गया।
स्वामी दयाल दास ने कहा कि नाम वाणी और प्रभु भक्ति के बिना जीवन की मंजिल अधूरी है इसलिए नाम वाणी का सिमरन करो। नौजवानों को नशे को छोड़कर अपने माता-पिता की सेवा व गुरुजनों का सत्कार करना चाहिए। इस अवसर पर चाय पकौड़े, ब्रह्मी दूध, काफी के अलावा खीर-माल पूड़ा का लंगर लगाया गया और साथ में केक काटा गया। संत महापुरुषों में संत ऋषि राज नवांशहर, संत हुनुमान गिरी काठगढ़, वैष्णो देवी मंदिर, संत नारायण पुरी, संत चेतन दास, संत उत्तम दास, संत सहज दास, भगत ज्ञान चंद, विष्णु प्रसाद के अलावा पूर्व विधायक चौधरी दर्शन लाल मंगूपुर, सरपंच बलवीर भाटिया, सरपंच बाल कृष्ण, नंबरदार जसपाल भाटिया, पंडित शशी कांत, पंडित रवि कांत, सुभाष शर्मा, ठेकेदार सुरजीत भाटिया, संतोष नैयर वाइस चेयरमैन ब्लाक समिति सड़ोआ, मास्टर जोगिदर पाल, किसान नेता सुरिदर पाल आदि उपस्थित थे।