बेसहारा पशुओं का हिसार शहर में बढ़ा आतंक, एक महीने में छह लोगों पर हो चुका हमला
एक माह की समय अवधी में छह से अधिक लोग बेसहारा पशुओं के शिकार बन गए। जिसमें 17 जुलाई को तो एक बुजुर्ग महिला बेसहारा पशुओं का शिकार होने से जिंदगी को अलविदा कह गई। लगातार बेसहारा पशुओं का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। लोग सहमे हुए हैं।
जागरण संवाददाता, हिसार : शहर की सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं की समस्या अब नासूर बन गई है। 18 अगस्त की रात को दो ओर बेसहारा पशुओं के शिकार हो गए। जिसमें एक करीब 23 वर्षीय युवती और दूसरी करीब 40 वर्षीय महिला शामिल है। योग नगर में रात को एक घंटे की समय अवधी में एक गाय ने दोनों को टक्कर मारकर घायल कर दिया।
दोनों को चोटें आई। इस घटना में महिला की हालत गंभीर है। वह अस्पताल में उपचाराधीन है। दोनों ही घटनाएं सीसीटीवी कैमरी कैद हो गई। जिसमें बेसहारा पशुओं का आतंक नजर आ रहा है। बेसहारा पशुओं के बढ़ते आतंक से परेशान सामाजिक संगठन के लोगों ने समाधान के लिए आज मीटिंग भी बुलाई है।
ऐसे हुई दोनों घटना
18 अगस्त की रात 7.48 मिनट पर एक युवती हाथ में पालीथिन लेकर जा रही थी। गली में खड़ी गाय ने अचानक उस पर हमला कर दिया। गाय की टक्कर लगते ही युवती सड़क पर जा गिरी। उठकर बचाव में भागने लगी तो गाय से उसे मुंह पकड़ा और सड़क ओर खिंच लिया। युवती दोबारा सड़क पर गिर गई। गाय ने उसे कई टक्कर मारी। इस दौरान आसपास के लोगों ने युवती की गाय द्वारा मारते देखा तो बचाव में दौड़े।
कई लोगों के प्रयास से युवती को बचाया गया। दो मिनट की इस घटना में युवती घायल हो गई। इसी गाय वहां से चली गई। उसके बाद 8.35 मिनट पर गाय फिर से वापिस लौटे और 40 वर्षीय महिला को उसने अपना शिकार बना लिया। महिला सड़क पर गिर गई। महिला पर गाय ने कई हमले किए और टक्कर मार मार कर गंभीर घालय कर दिया। महिला निजी अस्पताल में उपचाराधीन है।
जनता के प्रयास से दोनों की बची जान
जनता के प्रयास से युवती सहित दोनों की जान बच पाई। लोगों ने अपनी जान की प्रवाह किए बना दोनों को बेसहारा पशु से बचाया। लोगों की मदद नहीं मिलती तो शायद दोनों ही अपनी जान से हाथ धो बैठते। उधर प्रशासन गोवंश को लेकर उदासीन रवैया अपनाए हुए है।
एक माह में छह से अधिक लोग बेसहारा पशुओं के बने शिकार
एक माह की समय अवधी में छह से अधिक लोग बेसहारा पशुओं के शिकार बन गए। जिसमें 17 जुलाई की बात करे तो एक बुजुर्ग महिला बेसहारा पशुओं का शिकार होने से जिंदगी को अलविदा कह गई। यानि उसकी मौत हो गई। शहर में लगातार बेसहारा पशुओं का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। लोग सहमे हुए है।
जुलाई से अब तक बेसहारा पशुओं की घटनाएं
- 17 जुलाई 2022 वार्ड-6 में गली नंबर 11 टिब्बा दानाशेर क्षेत्र में 62 वर्षीय बुजुर्ग महिला निर्मला गाय की टक्कर से मौत हो गई।
- 17 अगस्त 2022 को मोहल्ला डोगरान में 75 वर्षीय बुजुर्ग गोवर्धन दास को टक्कर मारी। जिसमें उनके मुंह पर चोटें आई।
- 12 अगस्त 2022 को 12 क्वार्टर स्थित ढाणी किशनदत्त निवासी करीब 70 वर्षीय महिला चंद्रवती देवी को गाय ने टक्कर मारी। पांव पर चोटें आई।
- अगस्त 2022 में पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में एलएलबी स्टूडेंट व हिसार सेक्टर-13 निवासी सचिन की स्कूटी के सामने अचानक गाय आ गई। टक्कर में सचिव को गंभीर चोटें लगी। व उनके साथ स्कूटी पर सवार उसका दोस्त सोनू भी घायल हो गया।
- 30 जुलाई 2022 को तेजा मार्केट स्थित भगत सिंह कालोनी निवासी बीएसएफ से रिटायर्ड फौजी पूर्ण सिंह को नंदी ने गली टक्कर मारी। पांव पर चोट आई।
- जुलाई 2022 को शास्त्री नगर में सुबह ब्रेड लेकर दुकान से घर लौट रहे 80 वर्षीय वृद्ध ज्ञानचंद बुद्धिराजा को बेसहारा पशु ने टक्कर मारी। बुजुर्ग की पसलियां टूट गई।
बेसहारा पशु के कारण कई लोग गंवा चुके हैं जान, कई हुए घायल
- जुलाई 2022 वार्ड-6 में गली नंबर 11 टिब्बा दानाशेर क्षेत्र में 62 वर्षीय बुजुर्ग महिला निर्मला गाय की टक्कर से मौत हो गई।
- अगस्त 2021 को निगम कर्मी खेम सिंह को गाय ने सींग पर उठाकर करीब 10 मीटर दूर फेंका। कर्मचारी को कई चोटें आई।
- साल 2018 में लाजपत नगर में करीब 90 वर्षीय बुजुर्ग सोमनाथ घर से दुकान पर सामान लेने जा रहे थे। घर से करीब 10 कदम दूर ही गए थे कि सड़क पर गाय ने बुजुर्ग को सींग पर उठाकर फेंक दिया। इस घटना से बुजुर्ग की मौत हो गई थी।
- नवंबर 2016 में हिसार-तोशाम रोड पर गांव भोजराज के पास पशु सामने आने के कारण असंतुलित गाड़ी पेड़ से टकराई। इस हादसे में दो युवकों की मौत हुई।
- अगस्त 2015 में सौगात मोबाइल गैलरी संचालक अमित कुमार अपने पिता के साथ स्कूटी पर आ रहे थे। अचानक उनकी स्कूटी के सामने बेसहारा पशु आया। जिसके कारण स्कूटी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में अमित के पिता की मौत हो गई।
----शहर में लगातार बेसहारा पशुओं का आतंक बढ़ता जा रहा है। मेरे वार्ड में सर्वाधिक बेसहारा पशु है। लोगों में इनका काफी आतंक है। प्रशासन इस समस्या के समाधान के लिए प्लानिंग कर काम करे।
- उमेद खन्ना, पार्षद, वार्ड-6