पत्नी मायके से वापस नहीं आ रही थी, पति ने वाट्सएप काल कर दे दी जान
पत्नी के मायके से वापस न आने से नाराज देवरिया के एक युवक ने दिल्ली में फंदे पर लटक कर जान दे दी। महिला कई माह से अपने मायके में थी। इस बीच युवक ने अपने साले को वाट्सएप काल कर फंदे पर लटक गया।
गोरखपुर, जेएनएन। देवरिया के रहने वाले एक डेंटल इंजीनियर ने दिल्ली में फंदे पर लटककर जान दे दी। पत्नी के मायके से वापस न आने से नाराज इंजीनियर ने अपने साले को वाट्सएप काल किया और फंदे पर लटकर कर जान दे दी।
तीन माह से मायके में रह रही थी पत्नी
मूलरूप से उत्तर प्रदेश के देवरिया के रहने वाले आलोक परिवार के साथ दिल्ली में रहते थे। परिवार में पिता रमाशंकर दीक्षित, मां मधुरानी, पत्नी स्नेहलता, 12 वर्षीय बेटा और चार वर्ष की बेटी है। आलोक एक निजी कंपनी में डेंटल इंजीनियर थे। उनके छोटे भाई आलेख दीक्षित ने बताया कि 12 वर्ष पहले उनके भाई की शादी देवरिया के अहिल्यापुर गांव के रहने वाली स्नेहा से हुई थी। भाभी के परिवार में किसी की शादी थी, तीन महीने से वह अपने बच्चों के साथ मायके में रह रही थीं। मई में वह ससुराल वापस आईं और 15 दिन रुकने के बाद वह फिर मायके जाने की जिद करने लगीं। भाई आलोक ने जाने से मना किया तो दोनों में विवाद हो गया। 21 मई को भाभी ने अपने भाई को ससुराल बुला लिया। उनका भाई कुछ लोगों के साथ घर पहुंचा और भाभी को ले गया।
फोन पर कई बार की बुलाने की कोशिश
इसके बाद आलोक ने फोन पर उन्हें कई बार मनाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानीं। दो जुलाई को भाई आलोक ने देर रात साले को वाट्सएप काल की और गमछे का फंदा बनाकर पंखे से झूल गए। मां की जब आंख खुली तो देखा आलोक पंखे से लटके हुए हैं। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। आलोक की पत्नी को पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव स्वजन को सौंप दिया।
मंदिर पर अचेतावस्था में मिली युवती
उधर, झंगहा थाना क्षेत्र से रहस्यमय परिस्थिति में गायब हुई एक युवती रात करीब नौ बजे चौरी चौरा थाना क्षेत्र के नगर पंचायत मुंडेरा बाजार में अचेतावस्था में मिली है। उसका सीएचसी चौरी चौरा में इलाज चल रहा है। चिकित्सक ने उसकी स्थिति गंभीर देख उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया था। झंगहा थानाध्यक्ष राजेंद्र मिश्रा ने बताया कि शाम को युवती के गायब होने की सूचना मिली थी।