विश्वविद्यालय में बिखरी त्रिवेणी संस्कृति की नायाब छटा
चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा उच्चतर शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों को संपूर्ण व्यक्तित्व के विकास के लिए वचनबद्ध है। विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों में भी बढ़ चढ़कर भाग लेना चाहिए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने से समूह में कार्य करने की भावना जागृत होती है। ये उदगार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक ने विश्वविद्यालय के सभागार में युवा कल्याण निदेशालय द्वारा नैक के प्रस्तावित दौरे से संबंधित तैयार की गई प्रस्तुतियों का अवलोकन करने के उपरांत व्यक्त किए। इस दौरान दर्शकों ने शानदार प्रस्तुतियों का खूब लुत्फ उठाया और कलाकारों ने तालियां बटोरीं।
जागरण संवाददाता, सिरसा : चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा उच्चतर शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों को संपूर्ण व्यक्तित्व के विकास के लिए वचनबद्ध है। विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों में भी बढ़ चढ़कर भाग लेना चाहिए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने से समूह में कार्य करने की भावना जागृत होती है। ये उदगार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक ने विश्वविद्यालय के सभागार में युवा कल्याण निदेशालय द्वारा नैक के प्रस्तावित दौरे से संबंधित तैयार की गई प्रस्तुतियों का अवलोकन करने के उपरांत व्यक्त किए। इस दौरान दर्शकों ने शानदार प्रस्तुतियों का खूब लुत्फ उठाया और कलाकारों ने तालियां बटोरीं।
-----अनुशासन में रहकर लक्ष्य निर्धारित करके आगे बढ़े
कुलपति ने कहा कि जो विद्यार्थी अनुशासन में रहकर अपना लक्ष्य निर्धारित करके आगे बढ़ता है उसे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता मिलती है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सेदारी से विद्यार्थियों में प्रबंधकीय दक्षता विकसित होती है। विभिन्न प्रकार की संस्कृतियों का मिश्रण होता है और विपरीत परिस्थितियों में कार्य करने का कौशल निर्माण भी होता है। प्रो. मलिक ने कहा कि अध्ययन काल प्रत्येक व्यक्ति का स्वर्णिम काल होता है और जो विद्यार्थी नियमित रूप से उच्चतर शिक्षा हासिल कर रहे हैं वे अत्यंत भाग्यशाली हैं और उन्हें अपने समय का सदुपयोग करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि एमपी हाल में शनिवार को संस्कृति से जुड़े कार्यक्रमों की अद्भुत छटा बिखरी। विद्यार्थियों द्वारा समूह नृत्य, भांगड़ा, नाटक की मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. राजेश बंसल, आइक्यूएसी निदेशक प्रो. पंकज शर्मा, युवा कल्याण निदेशिका डा. मंजू नेहरा व डा. राजकुमार मौजूद रहे।