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लालू यादव के राजद से सुशील मोदी ने पूछा तल्‍ख सवाल, बोले- ओवैसी की पार्टी का दिखने लगा असर

Bihar Politics बिहार विधानसभा में आखिरी दिन हुए प्रकरण को लेकर भाजपा की ओर से वरिष्‍ठ नेता और राज्‍यसभा सदस्‍य सुशील कुमार मोदी ने राजद से तल्‍ख सवाल पूछा है। उन्‍होंने कहा कि लालू यादव की पार्टी पर अब एआइएमआइएम का असर दिखने लगा है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Sat, 02 Jul 2022 07:42 AM (IST)Updated: Sat, 02 Jul 2022 07:42 AM (IST)
लालू यादव के राजद से सुशील मोदी ने पूछा तल्‍ख सवाल, बोले- ओवैसी की पार्टी का दिखने लगा असर
Bihar Politics: सुशील मोदी, लालू यादव, तेजस्‍वी यादव और असदुद्दीन ओवैसी। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics: बिहार विधानसभा में राष्‍ट्र गीत 'वंदे मातरम' के अपमान के मसले पर भारतीय जनता पार्टी ने राज्‍य के प्रमुख विपक्षी दल राजद से कड़ा सवाल पूछा है। बिना नाम लिए लालू यादव और तेजस्‍वी यादव पर निशाना साधते हुए भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने पूछा है कि क्‍या राष्‍ट्रीय जनता दल राष्‍ट्र गीत के अपमान को सही मानता है? दरअसल, विधानसभा के मानसून सत्र के आख‍िरी दिन वंदे मातरम बजाए जाने पर सदन के करीब सभी सदस्‍य सम्‍मान में अपनी जगह उठकर खड़े हो गए, लेक‍िन राजद के विधायक का बैठे रहने का वीडियो सामने आया। इस पर राजनीत‍ि तेज हो गई है। 

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सुशील मोदी ने कहा है कि बिहार विधानसभा का सत्र समापन पर राष्ट्रगीत वंदेमातरम से करने की परंपरा है, लेकिन मुख्य विपक्षी दल राजद के एक विधायक ने शुक्रवार को राष्ट्रगीत के समय खड़े न होकर इसका अपमान किया। राजद बताए कि उसने ऐसे विधायक के विरुद्ध क्या कार्रवाई की? उन्होंने पूछा है कि क्या राजद राष्ट्रगीत के अपमान को सही मानता है?

उन्होंने कहा है कि पहले भी ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम के दो विधायकों ने विधानसभा के पिछले सत्र में राष्ट्रगीत का अपमान किया था। अब इसी दल के चार विधायक राजद में शामिल हुए, तब बड़ी पार्टी पर छोटी पार्टी से आए लोगों का असर दिखना दुर्भाग्यपूर्ण है।

जीएसटी पर राहुल गांधी के अनर्गल बयान को जनता ने कभी तवज्जो नहीं दिया : भाजपा

भाजपा के प्रदेश मुख्यालय प्रभारी सुरेश रूंगटा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अपने अल्पज्ञान के कारण देश के सबसे बड़े टैक्स सुधार 'जीएसटी' को पहले 'गब्बर सिंह टैक्स' और अब 'गृहस्थी सर्वनाश टैक्स' कहकर अपनी नादानी और नासमझी का परिचय दे रहे हैं। राहुल गांधी एक तरफ जीएसटी पर प्रहार करते रहते हैं, वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री जीएसटी परिषद की शीर्ष बैठक में सम्मिलित होकर टैक्स की दरों को युक्तिसंगत बनाने की सिफारिश करते रहते हैं। कांग्रेस पार्टी के इस दोहरे चरित्र को जनता अच्छे से जान चुकी है।

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