प्रतिबंध के बाद भी धड़ल्ले से बिक रहा सिंगल यूज प्लास्टिक
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: बीते एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंधित करने के बाद भी मुख्यालय में इसका धड़ल्ले से उपयोग हो रहा है। बाजारों में पानी की बोतल समेत अन्य सिंगल यूज प्लास्टिक के उत्पाद खुले आम बेचे जा रहें हैं।
पालीथिन के उपयोग पर काफी लंबे समय से रोक है। प्लास्टिक के विभिन्न सामग्री पूरी तरह से प्रतिबंधित है। हर बार प्रशासन पालीथिन के विरुद्ध अभियान चलाता है। लेकिन कुछ ही दिनों के अभियान के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है। अब एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक भी बैन कर दिया गया है। पर अब भी इनका उपयोग रोका नहीं जा सका है। जिले भर में पानी की बोतल, कोल्ड्रिंक आदि सिंगल यूज प्लास्टिक में उपयोग की जा रही है। बाजारों में बेधड़क इनकी बिक्री हो रही है। लेकिन अब तक छापेमारी शुरू तक नहीं हो
तीन वर्षों में बिका 46 हजार किलो से अधिक प्लास्टिक कूड़ा
अल्मोड़ा: मुख्यालय में हर दिन 10 टन कूड़ा उठता है। इसमें एक से दो टन प्लास्टिक होता है। तीन वर्षों में पालिका ने 46 हजार 776 किलो प्लास्टिक बेच 576313 रुपये आय अर्जित की है। आंकड़ों के अनुसार 2019 से अब तक 137 टन अजैविक कूड़े में 46776 किलो प्लास्टिक था।
ये सामग्री प्रतिबंधित
अल्मोड़ा: इयर बड्स, गुब्बारे की प्लास्टिक डंडी, प्लास्टिक के झंडे, कैंडी की प्लास्टिक डंडी, आइसक्रीम की प्लास्टिक डंडी, थर्माकाल के सजावटी सामान, प्लास्टिक की प्लेट, कप, ग्लास, कांटे, चम्मच, स्ट्रा, ट्रे, मिठाई के डिब्बे पैक करने वाली पन्नी, इनविटेशन कार्ड पर लगाई जाने वाली पन्नी, सिगरेट पैकिंग में इस्तेमाल होने वाली पन्नी, 100 माइक्रोन से पतले पीवीसी व प्लास्टिक के बैनर आदि।
सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंधित है। लोगों से अपील की जा रही है कि इनका प्रयोग न करें, पालिका की ओर से अभियान चलाकर छापेमारी की जाएगी।
-लक्ष्मण सिंह भंडारी, स्वच्छता निरीक्षक, नगर पालिका अल्मोड़ा।
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