मणिपुर में हुए भूस्खलन में सिक्किम के जवान छिरिंग लेप्चा का शव मिला
संवाद सूत्र गंगटोक मणिपुर के जिरीबाम स्थित टुपुल यार्ड रेलवे कंस्ट्रक्सन कैंप में हुए भूस्खलन
संवाद सूत्र, गंगटोक: मणिपुर के जिरीबाम स्थित टुपुल यार्ड रेलवे कंस्ट्रक्सन कैंप में हुए भूस्खलन में उत्तर सिक्किम के अपर जंगू निवासी सैनिक छिरिंग लेप्चा की मौत हो गई। अपर जंगू के लिंगथेम-लिंगदेम ग्राम पंचायत अंतर्गत रुकुल वार्ड निवासी छिरिंग लेप्चा की मौत की खबर उनके परिवार को गुरुवार ही मिल गई थी।
परिवार के सदस्यों से मिली जानकारी के मुताबिक छिरिंग लेप्चा लगभग डेढ़ माह पहले पोस्टिंग पर दार्जिलिंग से मणिपुर गए थे। वह दसवीं कक्षा में अध्ययन के दौरान ही जवान सेना में भर्ती हुए थे। वह कुछ दिनों पहले अपने परिवार से मिलने के लिए दो माह की छुट्टी पर अपने पैतृक स्थान जंगू आए थे। परिवार के सदस्यों का कहना है कि मणिपुर में ड्यूटी ज्वाइनिंग के बाद उन्होंने घर आने की योजना बनाई थी। लेकिन अग्निपथ योजना के कारण देश भर विरोध प्रदर्शन चल रहा था इसी कारण उनकी छुट्टी स्थगित कर दी गई।
गुरुवार को मध्याह्न उनकी पत्नी फुर्मित लेप्चा को फोन से छिरिंग लेप्चा भूस्खलन में लापता होने की जानकारी मिली थी इसके बाद डेढ़ घटे बाद जवान लेप्चा का शव पाया गया। तब उक्त जानकारी छिरिंग लेप्चा के बडे भाई पिंचो लेप्चा ने दी है। उन्होंने बताया कि भाई का पार्थिव शरीर कब और कैसे घर आएगा अभी यह स्पष्ट नहीं है। जिससे परिवारीजन दुविधा में है। छिरिंग लेप्चा भारतीय सेना के 11वीं जीआर ब्रावो कंपनी में 13 साल सेवा देने के बाद हाल ही नायक पद में पदोन्नत हुए थे। जवान छिरिंग लेप्चा ने इस भूमि पर अपनी पत्नी फुर्मित लेप्चा, डेढ़ वर्षीय बेटी मुरुम, पिता ग्याछो लेप्चा, माता, बढ़े भाई, भाभी और उनके परिवार के सदस्यों को छोड़कर वीरगति प्राप्त की है।
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फोटो: मणिपुर भूस्खलन में खोज अभियान करते हुए सेना के जवान लगायत अन्य