स्काउट मास्टर जसपाल सिंह दे रहे हैं हरियाली को बढ़ावा
अध्यापक ने स्कूल परिसर को हरा-भरा करने की ठानी और पौधे लगाने शुरू कर दिए। समय के साथ अब अध्यापक द्वारा लगाए गए पौधे पेड़ बन गए हैं। विद्यार्थी भी अब वृक्षों की छांव में पढ़ाई कर रहे हैं। इसी के साथ अनेक पक्षियों ने भी वृक्षों पर आशियाना बनाया हुआ है। स्कूल में पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य रहे हैं गांव भंगू के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत शारीरिक शिक्षक जसपाल सिंह है। जसपाल सिंह पिछले सात सालों से पौधारोपण के लिए अभियान चलाए हुए हैं।
संवाद सहयोगी, बड़ागुढ़ा : अध्यापक ने स्कूल परिसर को हरा-भरा करने की ठानी और पौधे लगाने शुरू कर दिए। समय के साथ अब अध्यापक द्वारा लगाए गए पौधे पेड़ बन गए हैं। विद्यार्थी भी अब वृक्षों की छांव में पढ़ाई कर रहे हैं। इसी के साथ अनेक पक्षियों ने भी वृक्षों पर आशियाना बनाया हुआ है। स्कूल में पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य रहे हैं गांव भंगू के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत शारीरिक शिक्षक जसपाल सिंह है। जसपाल सिंह पिछले सात सालों से पौधारोपण के लिए अभियान चलाए हुए हैं।
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देखभाल भी करते हैं पौधों की
शिक्षक जसपाल सिंह समय-समय पर विद्यालय में स्टाफ एवं स्काउट्स के सहयोग से पौधारोपण अभियान चलाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं। विद्यालय में विशेष कार्यक्रम हो या कोई खुशी का पल, पौधे लगाकर उनकी देखभाल भी कर रहे हैं। जसपाल सिंह ने बताया कि इस समय विभिन्न प्रकार के पौधे विद्यालय की सुंदरता और हरियाली को बहुत अच्छे से बनाए हुए हैं। उसे खुशी है कि जिन पौधों को सात साल पहले यहां आने पर रोपित किया था आज गर्मियों में उनकी ठंडी छाया में बैठकर आनंद और खुशी महसूस करते हैं। वहीं यहां हरे भरे पेड़ पौधों पर रहते पक्षियों की चहचहाट, कोयल की मधुर आवाज मन को भाती है। उन्होंने बताया कि हमें पौधारोपण के अलावा जीव जंतुओं और प्रकृति के साथ प्रेम करना चाहिए।
-- विद्यार्थियों को करते हैं प्रेरित
स्कूल में विद्यार्थियों को समय समय पर पौधे लगाने के लिए जसपाल सिंह प्रेरित करते हैं। वहीं गांव के गणमान्य लोग भी अपनी इच्छा अनुसार अकसर पौधे लगाने यहां आते हैं। इससे स्कूल परिसर सुंदर पार्क की तरह नजर आता है।