एमआरआइ धनबाद व निजी जांच घर में ओपीजी एक्स-रे
सदर अस्पताल में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का अस्पताल प्रबंधन का दावा पूरी तरह से फेल हो रहा है
एमआरआइ धनबाद व निजी जांच घर में ओपीजी एक्स-रे
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : सदर अस्पताल में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का अस्पताल प्रबंधन का दावा पूरी तरह से फेल हो रहा है। यहां मामूली इलाज से लेकर साधारण जांच की ही व्यवस्था है। जबकि न तो एमआरआइ की सुविधा उपलब्ध है और ना ही दांत की एक्स-रे के लिए ओपीजी एक्स-रे की कोई व्यवस्था है। नतीजतन यहां आने वाले गंभीर रूप से बीमार मरीज बाहर जाकर एमआरआइ कराने को मजबूर हैं। इससे गरीब मरीजों को आर्थिक नुकसान उठाने के साथ ही जांच के लिए परेशान होना पड़ता है।
दांत से संबंधित इलाज कराने आने वाले मरीजों को चिकित्सकों की ओर से ओपीजी एक्स-रे कराने की सलाह देने पर मरीजों को स्वजनों के साथ बाहर का रास्ता देखना पड़ता है। अस्पताल प्रबंधन बेहतर चिकित्सीय उपचार व चिकित्सा सुविधा के नाम पर बड़े-बड़े दावे करते नहीं थकता लेकिन जांच से लेकर अन्य महत्वपूर्ण सुविधाओं के लिए आज भी मरीजों व उनके स्वजनों को बाजार में स्थित जांच केंद्रों पर ही निर्भर रहना पड़ रहा है। ऐसे में दुर्घटना में गंभीर होने वाले मरीजों से लेकर अन्य गंभीर रूप से बीमार मरीजों को अस्पताल प्रबंधन की ओर से इन आवश्यक जांच की सुविधा उपलब्ध कराने की बात भविष्य की गर्त में है।
- एमआरआइ के लिए बाहर का रास्ता : सदर अस्पताल में एमआरआइ की सुविधा नहीं रहने से जरूरतमंदों को अस्पताल से बाहर का रास्ता देखना पड़ता है। सदर अस्पताल इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद एमआरआइ जांच की सलाह देकर अन्यत्र रेफर कर दिया जाता है। नतीजतन मरीजों को धनबाद समेत अन्य जिलों के क्लीनिकों पर निर्भर रहना पड़ता है। एमआरआइ जांच के लिए मरीजों को 65 सौ रुपये निजी जांच केंद्रों में वहन करना पड़ता है।
- निजी क्लीनिकों में भी सुविधा नहीं : शहर में वैसे तो कई जांच केंद्र हैं, लेकिन यहां एमआरआइ की सुविधा उपलब्ध नहीं है। नतीजतन लोगों को इसके लिए दूसरे स्थानों पर जाकर परेशानी झेलनी पड़ती है।
- ओपीजी की निजी जांच घरों में व्यवस्था : दांत की इलाज के लिए ओपीजी एक्स-रे की सुविधा फिलहाल सदर अस्पताल में नहीं है। साथ ही इसकी व्यवस्था को लेकर दूर-दूर तक पहल होती भी नहीं दिख रही है। ऐसे में मरीजों को शहर के निजी जांच केंद्रों में उपलब्ध व्यवस्था पर निर्भर रहना पड़ रहा है।
- एमआरआइ के लिए पत्राचार : एमआरआइ की सुविधा मरीजों को उपलब्ध कराने के लिए अस्पताल प्रबंधन तो दावा कर रहा है लेकिन यह कब तक मिलेगी, पर प्रबंधन चुप्पी साध लेता। एमआरआइ की सुविधा को उपलब्ध कराने के लिए विभाग थोड़ा गंभीर है और लगातार मुख्यालय से पत्राचार कर रहा है। अब इस सुविधा की उपलब्धता का परिणाम का इंतजार है।
- वर्जन : एमआरआइ जांच की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कई बार पत्राचार किया जा चुका है। ताकि गंभीर रूप से बीमार मरीजों को तत्काल सदर अस्पताल में इसकी सुविधा मिले। उम्मीद है कि एमआरआइ जांच की सुविधा जल्द ही मरीजों को सदर अस्पताल में मिलेगी। वहीं ओपीजी एक्स-रे की सुविधा मरीजों को अस्पताल में देने पर भी विचार किया जा रहा है।
-- डा. एसपी सिंह, सिविल सर्जन।