Bengal Politics: कुणाल घोष से मिलीं रूपा गांगुली, सियासी गलियारों में पार्टी परिवर्तन की अटकलें
तृणमूल के प्रदेश सचिव कुणाल घोष (Kunal Ghosh) से भाजपा नेत्री रूपा गांगुली (Rupa Ganguly) की मुलाकात के बाद रूपा के पार्टी परिवर्तन के कयास लगाये जा रहे हैं। हाल के दिनों में रूपा गांगुली की पार्टी से दूरियां भी बढ़ी हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। भाजपा नेत्री रूपा गांगुली की तृणमूल के प्रदेश सचिव कुणाल घोष से एक समारोह में मुलाकात हुई है। सूत्रों के मुताबिक दोनों राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच कुछ समय तक बातचीत हुई है। इधर सियासी गलियारों में इस मुलाकात ने रूपा के पार्टी परिवर्तन की अटकलों को हवा दे दी है।
बताते चलें कि हाल के दिनों में रूपा गांगुली की पार्टी से दूरियां भी बढ़ी हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने इंटनेट मीडिया पर लिखा था कि राजनीति में आने का मतलब समय की बर्बादी है। अगर मुझे यह पहले पता होता तो राजनीति में नहीं आई होती। विभिन्न हलकों में रूपा के इस बयान की कड़ी आलोचना हुई थी।
इस बार रूपा गांगुली को तृणमूल प्रदेश सचिव कुणाल घोष के साथ मिलते देखा गया है। दोनों ने कुछ समय तक बात भी की है। इस खबर के सामने आते ही सियासी गलियारों में रूपा के पार्टी परिवर्तन की अटकलों को हवा मिलने लगी है। सवाल किया जा है कि क्या रूपा गांगुली तृणमूल में शामिल होने जा रही हैं?
इस संदर्भ में कुणाल घोष ने कहा कि मैं एक समारोह में भाजपा नेत्री से मिला। वह मेरी बहन की तरह हैं। हम मिले और स्वाभाविक रूप से बात की। शिष्टाचार का संदेश था। इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। कुणाल घोष ने मीडिया को संबोधित करते हुए बार-बार कहा कि कृपया इसे राजनीति से न जोड़ें, यह शिष्टाचार है।
रूपा गांगुली ने इस मुलाकात की बात स्वीकार की है। उन्होंने कुणाल घोष की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि एक कार्यक्रम में उनकी अचानक कुणाल घोष से मुलाकात हुई है। रूपा गांगुली ने कहा कि उन्होंने कुणाल घोष से राज्य में विभिन्न मुद्दों के बारे में बातचीत की है।
बता दें कि रूपा गंगोपाध्याय 2015 में भाजपा में शामिल हुई थीं। उन्होंने 2016 के विधानसभा चुनाव में भी चुनाव लड़ा था। उसी साल भाजपा ने उन्हें राज्यसभा सदस्य बनाया।