Prayagraj Violence: ...तो 100 प्रभावशाली लोगों के साथ बैठक कर उपद्रव की तैयार हुई थी रूपरेखा
Prayagraj Violence प्रयागराज के अटाला में जुमे की नमाज के बाद 10 जून को उपद्रव हुआ था। पुलिस बवाल के मुख्य साजिशकर्ता जावेद पंप के कानपुर से कनेक्शन समेत अन्य के संबंध में गोपनीय तरीके से सभी जानकारियां जुटा रही है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज शहर के अटाला इलाके में 10 जून को जुमा की नमाज के बाद हुए उपद्रव का मुख्य अभियुक्त मास्टर माइंड जावेद मोहम्मद उर्फ जावेद पंप कानपुर में रहने वाले अख्तर के संपर्क में था। अख्तर के बारे में पुलिस गोपनीय तरीके से जानकारी जुटा रही है। पता लगाया जा रहा है कि वह अंतिम बार कब जावेद पंप के घर आया था। वहीं कानपुर पुलिस को भी अख्तर के बारे में जानकारी दी गई है। पुलिस जल्द ही उसकी तलाश में कानपुर जा सकती है।
उपद्रव के दौरान कानपुर के किसी व्यक्ति के संपर्क में था जावेद पंप : अटाला में हुए उपद्रव के मुख्य साजिशकर्ता जावेद पंप ने रिमांड के दौरान पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारियां दी थीं। सूत्रों के अनुसार जावेद पंप के मोबाइल की सीडीआर से पुलिस को पता चला था कि जिस वक्त उपद्रव हो रहा था, कानपुर के तलाक महल का रहने वाला कोई व्यक्ति उसके संपर्क में था। पुलिस ने जांच का दायरा आगे बढ़ाया तो उसका नाम अख्तर पता चला।
अख्तर द्वारा उपद्रव के लिए फंडिंग देने की बात सामने आ रही : अख्तर का नाम पता चलने पर जावेद से इस बारे में पूछताछ की गई तो उसने बताया कि अख्तर के कहने पर ही उसने 100 प्रभावशाली लोगों के साथ बैठक कर उपद्रव की रूपरेखा तैयार की थी। बाद में जब उपद्रव शुरू हुआ तब भी अख्तर लगातार उसके संपर्क में था। यही नहीं अख्तर द्वारा ही उपद्रव के लिए फंडिंग किए जाने की बात भी सामने आ रही है। यह भी सामने आ रहा है कि जावेद ने नौ जून को अख्तर से करीब डेढ़ घंटे बात की थी।
पुलिस अधिकारी अख्तर के बारे में कुछ कहने से कर रहे इंकार : हालांकि, पुलिस अधिकारी अभी अख्तर के बारे में कुछ भी कहने से इन्कार कर रहे हैं। उसका नाम तक नहीं बताया जा रहा है। गोपनीय तरीके से उसके बारे में सभी जानकारियां जुटाई जा रही हैं। पता लगाया जा रहा है कि जावेद का अगर उसके यहां आना जाना था तो वह भी जावेद पंप के यहां आता रहा होगा। अंतिम बार वह कब यहां आया था। जावेद पंप के अलावा और किन-किन लोगों से उसकी मुलाकात हुई थी।