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PGIMER Foundation Day: नेहरू जी ने 1963 में किया था पीजीआई का उद्घाटन, 4 साल बाद ही मिला था यह खिताब

पीजीआइएमइआर दिल्ली के उत्तर में अपनी तरह का एकमात्र संस्थान है जो बड़ी संख्या में रोगियों की सेवा करता है। अस्पताल में 2233 बिस्तर हैं और यहां प्रतिदिन 9-10 हजार रोगियों की ओपीडी है। हालांकि हर साल मरीजों की भारी संख्या लगातार बढ़ रही है।

By DeepikaEdited By: Published: Wed, 06 Jul 2022 11:17 AM (IST)Updated: Wed, 06 Jul 2022 11:17 AM (IST)
PGIMER Foundation Day: नेहरू जी ने 1963 में किया था पीजीआई का उद्घाटन, 4 साल बाद ही मिला था यह खिताब
पीजीआई चंडीगढ़ वीरवार को फाउंडेशन डे मनाएगा। (सांकेतिक)

जागरण संवाददाता चंडीगढ़। पीजीआई चंडीगढ़ वीरवार को अपना स्थापना दिवस मनाएगा। पीजीआई को 59 साल हो गए हैं। पीजीआई अब 60वें साल में प्रवेश कर रहा है। पीजीआई चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से वीरवार को फाउंडेशन डे मनाया जाएगा। इस कार्यक्रम में 'पद्मश्री' पुरस्कार से सम्मानित अजीत बजाज मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहेंगे। दिया बजाज गेस्ट आफ आनर के रूप में शामिल होंगी।

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इंस्टीट्यूट आफ नेशनल इंर्पोटेंस का मिला खिताब

बता दें कि, पीजीआई चंडीगढ़ यूं तो वर्ष 1961 में बनकर तैयार हो गया था, लेकिन इसका संचालन 1962 में शुरू किया गया था। वहीं 7 जुलाई 1963 को पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इसका अधिकारिक तौर पर उद्घाटन किया था। शुरू होने के चार साल बाद ही पीजीआई चंडीगढ़ को एक अप्रैल, 1967 कोएक्ट आफ पार्लियामेंट के तहत इंस्टीट्यूट आफ नेशनल इंर्पोटेंस का खिताब दिया गया था।

जनवरी 1963 में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री के लिए संस्थान में कोर्स शुरु किया गया था। संस्थान में इस समय 593 फैकल्टी मेंबर, 277 रेजिडेंट डाक्टर जिनमें से 62 हाल ही में शामिल हुए हैं। पीजीआइएमइआर कई डीएम और एम. सीएच पाठ्यक्रमों के साथ-साथ नैदानिक ​​विज्ञान में पीएचडी कार्यक्रम शुरू करने वाला देश का पहला संस्थान रहा है। ये पाठ्यक्रम अब अधिकांश चिकित्सा, शल्य चिकित्सा और बाल चिकित्सा सुपर-स्पेशलिटी में उपलब्ध हैं।

हर साल लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या

पीजीआइएमइआर दिल्ली के उत्तर में अपनी तरह का एकमात्र संस्थान है जो बड़ी संख्या में रोगियों की सेवा करता है। अस्पताल में 2233 बिस्तर हैं और यहां प्रतिदिन 9-10 हजार रोगियों की ओपीडी है। हालांकि हर साल मरीजों की भारी संख्या लगातार बढ़ रही है। वर्तमान अस्पताल में अधिक संख्या में बेड और विभिन्न प्रकार के केंद्रों को जोड़ने की विभिन्न योजनाएं हैं।

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