कागजों में सिमट गए आदेश, बिजली चोरी बरकरार
बिजली चोरी के मामले रोकने के लिए
कागजों में सिमट गए आदेश, बिजली चोरी बरकरार
जागरण संवाददाता, औरैया: बिजली चोरी के मामले रोकने के लिए भले सरकार की ओर से सख्ती की जा रही, लेकिन जिम्मेदार इस ओर गंभीर नहीं। यही वजह है कि बकायेदारों का बकाया बढ़ता जा रहा है। चोरी जारी है। चिह्नित घरों व मोहल्लों के बावजूद इस ओर ध्यान नहीं दिया जाता। जिस कारण अधिकारियों के प्रति कटिया से घर रोशन करने वालों में कोई खौफ नहीं है। तकरीबन एक करोड़ रुपये के बकायेदार कांशीराम कालोनी के वाशिंदें हैं। जिनसे वसूली तीन साल से अब तक नहीं की जा सकी है।
शहर में आवास विकास, पुलिस अधीक्षक कैंप कार्यालय व आवास समीप व दिबियापुर रोड पर कांशीराम कालोनी है। यहां विभाग के मुताबिक तीन हजार से ज्यादा उपभोक्ताओं पर विद्युत विभाग का एक करोड़ रुपये से ज्यादा का राजस्व बकाया है। एक मुश्त समाधान योजना के संचालित होने से पहले सैकड़ों उपभोक्ताओं पर विच्छेदन की कार्रवाई हुई थी। यहां तक की आवास विकास स्थित कांशीराम कालोनी की विद्युत आपूर्ति काट दी गई। यहां पर उपभोक्ताओं ने बिल जमा करने के बजाय कटिया से अन्य मोहल्लों से केबल डालकर बिजली चोरी करना शुरू कर दिया। विभागीय कर्मचारी जानकारी के बावजूद इस कवायद से अनजान बने हुए हैं। शहर में विजिलेंस व विद्युत कर्मियों की ओर से चलाए गए चेकिंग अभियान में तीन सौ से ज्यादा लोगों पर इस कड़ी में चोरी पकड़ी गई। अधिकारियों ने एफआइआर दर्ज कराई। कोई ठोस हल अभी तक नहीं निकाला जा सका है। अधिशासी अधिकारी लेखराज सिंह ने बताया कि एक मुश्त समाधान योजना के तहत उपभोक्ताओं से संपर्क किया जा रहा है। कुछ लोगों की ओर से अदायगी करनी शुरू की गई है। अन्य लोगों को भी इस संदर्भ में जागरूक किया जा रहा है।