नप सफाई कर्मियों ने वेतन वृद्धि की मांग को लेकर किया हड़ताल
संसबरबीघा शनिवार से ही वेतन वृद्धि की मांग को लेकर नगर परिषद सफाई कर्मी हड़ताल पर च
संस,बरबीघा:
शनिवार से ही वेतन वृद्धि की मांग को लेकर नगर परिषद सफाई कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं। सफाई कर्मियों के द्वारा नगर परिषद से शेखपुरा नगर के ही तर्ज पर 77 सौ रुपये महीने के वेतन की मांग की जा रही है। वहीं हड़ताल के दूसरे दिन ही नगर क्षेत्र के कई मोहल्लों की स्थिति बदतर हो चुकी है। बरसात के कारण सड़को पर जमा कचरे की वजह से जगह-जगह दुर्गंध फैल गया है। वहीं कचरे की वजह से कई मोहल्ले की नालियां भी जाम है। रविवार को सफाई कर्मियों ने झाड़ू व कुदाल के साथ नगर परिषद कार्यालय का घेराव किया। इसके बाद नगर में घूम कर रोष प्रदर्शन किया। अंत मे थाना गेट पर पहुंच कर सफाइकर्मियों ने नगर परिषद के पदाधिकारियों के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की तथा अपनी मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बने रहने का ऐलान किया। दूसरी ओर एनजीओ के द्वारा शेखोपुर क्षेत्र से सफाई कर्मियों को बुलाए जाने की खबर पर यहां कार्यरत सफाई कर्मी और भी अधिक भड़क उठे। जिसके बाद पुलिस से हस्तक्षेप कर मामले को शांत कराया गया। सफाई कर्मी मनोज मलिक, चांदो देवी,अशोक मलिक इत्यादि ने बताया कि वर्तमान में उन्हें 62 सौ रुपए का वेतन दिया जा रहा है। जब तक वेतन नही बढ़ाया जाएगा हम लोग काम पर नहीं लौटेंगे। इधर, कार्यपालक पदाधिकारी ज्योत प्रकाश ने बताया कि सफाई कर्मियों से बातचीत चल रही है जल्द ही कर्मी काम पर लौटेंगे।
24 घंटे में कराएं इस्लामियां स्कूल के नए सचिव का चुनाव
जागरण संवाददाता, शेखपुरा: पिछले एक वर्ष से विवादों में घिरे शेखपुरा के इस्लामियां हाइस्कूल की प्रबंध समिति का मामला फिर गरमा गया है। इस बार यह मामला जिला शिक्षा पदाधिकारी रंजीत पासवान के नए लिखित निर्देश पर गरमाया है। दो जुलाई के आदेश से जारी शिक्षा पदाधिकारी ने स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक को 24 घंटे के भीतर प्रबंध समिति के नए सचिव के चुनाव के लिए प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया है।
यहां उल्लेख करना जरूरी है कि 30 जून को शिक्षा पदाधिकारी का स्थानांतरण हो गया है, हालांकि उन्होंने अभी किसी को अपना पदभार नहीं दिया है। इधर, प्रबंध समिति के वरीय सदस्य सैफुल इस्लाम ने शिक्षा पदाधिकारी के इस आदेश पर सवाल उठाते हुए इसे पूरी तरह से अवैध और क्षेत्राधिकार का हनन बताया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा पदाधिकारी को चुनाव कराने का आदेश देने का अधिकार ही नहीं है। ये सिर्फ शिक्षा निदेशक को अनुशंसा भेज सकते हैं,जबकि शिक्षा पदाधिकारी रंजीत पासवान ने कहा जिनको हमारे आदेश को चुनौती देनी है वे निदेशक के पास जाएं। कहा एक ही व्यक्ति कैसे 22 वर्षों से सचिव के पद पर बना हुआ है। स्कूल में लाखों रुपये की वित्तीय अनियमितता भी है। प्रबंध समिति के सदस्य ने बताया कि स्कूल की कमेटी और इसके नियम कायदे सरकार से निबंधित है। यहां सचिव का चुनाव पांच वर्षों के लिए होता है और यह कुछ महीने पहले ही हुआ है। इनकी मनमानी से डीएम को भी अवगत कराया जाएगा।