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अब नैनीताल में पर्यटकों को सस्ते होटल भी पड़ेंगे महंगे, आइए समझते हैं जीएसटी का गणित

जीएसटी काउंसिल की बैठक में जीएसटी की दरों में बदलाव को मंजूरी दे दी गई है। जो कि 18 जुलाई से लागू हो जाएंगे जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि एक हजार रुपये रोजाना से कम किराए वाले होटल रूम पर 12 प्रतिशत की दर से जीएसटी लगेगा।

By Prashant MishraEdited By: Published: Sat, 02 Jul 2022 06:46 AM (IST)Updated: Sat, 02 Jul 2022 06:46 AM (IST)
अब नैनीताल में पर्यटकों को सस्ते होटल भी पड़ेंगे महंगे, आइए समझते हैं जीएसटी का गणित
नैनीताल, रामनगर और आसपास करीब 800 से अधिक होटल और रिजार्ट है।

हिमांशु जोशी, हल्द्वानी: उत्तराखंड में 18 जुलाई से नई व्यवस्था के लागू होने के बाद 1000 रुपये तक की कीमत वाले होटलों के कमरों पर भी 12 प्रतिशत जीएसटी लगेगा। अभी तक केंद्र सरकार की ओर से 1000 रुपये तक की कीमत वाले होटलों के कमरों को जीएसटी से छूट दी गई थी। ऐसे में नैनीताल घूमने आने वाले पर्यटकों को सस्तेे होटलों में रुकने के लिए अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी।

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नैनीताल, रामनगर और आसपास करीब 800 से अधिक होटल और रिजार्ट है। जिनमें सालभर में लाखों पर्यटक रुकते हैं, इससे करीब 35 हजार से ज्यादा लोगों की रोजीरोटी चलती है। पिछले दिनों चंडीगढ़ में चली जीएसटी काउंसिल की बैठक में कई उत्पादों और वस्तुओं पर लगने वाली जीएसटी की दरों में बदलाव को मंजूरी दे दी गई है।

जो कि 18 जुलाई से लागू हो जाएंगे, जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि एक हजार रुपये रोजाना से कम किराए वाले होटल रूम पर 12 प्रतिशत की दर से जीएसटी लगेगा। अभी तक इस पर कोई जीएसटी नहीं लगता था। ऐसे में जिले में पहुंचे लाखों पर्यटक जो अक्सर होटलों में रुकते हैं, उनकी जेब पर अब बोझ बढऩे वाला है। इससे अब 1000 रुपये का कमरा 1120 रुपये में मिलेगा।

होटल कारोबारी सरकार को नहीं लगा पाएंगे चूना

नैनीताल होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश शाह बताते हैं कि एक हजार रुपये से सस्ते कमरों को जीएसटी के दायरे में लाना अच्छा फैसला है। 12 प्रतिशत जीएसटी लगने से सरकार को होटलों के कमरे में लग रहा चूना अब नहीं लगेगा। कई होटल कारोबारी जीएसटी में मिली छूट का लाभ उठाने के लिए अधिक कीमत के कमरों को 1000 रुपये से कम ही दर्शाते थे।

कारोबारियों पर टैक्स का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा

रामनगर होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष हरिमान बताते हैं कि अनलाक-4 के बाद बड़ी मुश्किल से होटल कारोबार पटरी पर लौटा है, ऐसे में एक हजार से कम किराए वाले कमरे पर भी जीएसटी लगाने पर कारोबारियों पर टैक्स का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। सरकार को तो पर्यटन कारोबारियों को राहत देने के लिए महंगे कमरों पर भी टैक्स की दर कम करनी चाहिए।

इन प्रसिद्ध स्थलों पर पहुंचते हैं पर्यटक

जिले में पर्यटन के लिए कई स्थल हैं, जहां सालभर लाखों लोग पहुंचते हैं और परिवार के रात्रि विश्राम भी करते हैं। जिनमें प्रमुख रूप से इको केव गार्डन, नैनी झील, स्नो व्यू प्वाइंट, टीफिन टाप, नैना पीक, नैनीताल जू, नैना देवी मंदिर, ज्योलीकोट, जिम कार्बेट नेशनल पार्क शामिल हैं। इनके आसपास कई होटल और रिजार्ट भी बने हैं। जिनमें विश्राम के कमरे अलग अलग किराए पर दिए जाते हैं।


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