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सप्लीमेंट्री परीक्षा में भी फेल होने पर एमबीबीएस छात्रों का सीसीएसयू मेरठ में धरना, बोले-उत्‍तर पुस्‍तिका की दोबारा जांच हो

MBBS students protest चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में गुरुवार को परिसर स्थित कुलपति कार्यालय के समक्ष एमबीबीएस छात्रों ने धरना प्रदर्शन किया। साथ ही दोबारा उत्तर पुस्तिका जांचने की मांग की। शाम को होने वाली परीक्षा समिति की बैठक में रखा जाएगा।

By Prem Dutt BhattEdited By: Published: Thu, 07 Jul 2022 01:47 PM (IST)Updated: Thu, 07 Jul 2022 01:47 PM (IST)
सप्लीमेंट्री परीक्षा में भी फेल होने पर एमबीबीएस छात्रों का सीसीएसयू मेरठ में धरना, बोले-उत्‍तर पुस्‍तिका की दोबारा जांच हो
MBBS students protest मेरठ सीसीएसयू में गुरुवर को एमबीबीएस छात्रों ने धरना दिया।

मेरठ, जागरण संवाददाता। MBBS students protest मेरठ में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत मेडिकल कॉलेजों की परीक्षा में फेल होकर सप्लीमेंट आने के बाद सप्लीमेंट में भी फेल होने वाले छात्रों ने गुरुवार को विश्वविद्यालय परिसर स्थित कुलपति कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया। छात्रों का कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में पूरे प्रदेश में किसी कॉलेज में सप्लीमेंट नहीं आए हैं जितनी सीसीएसयू के अंतर्गत संचालित कॉलेजों में आए हैं।

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उत्तर पुस्तिका दोबारा जांच कराने की मांग

पहली बार सप्लीमेंट्री आने के बाद सप्लीमेंट्री परीक्षा में भी इतने छात्र फेल कैसे हो सकते हैं। धरना प्रदर्शन करते हुए एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के छात्रों ने विश्वविद्यालय से सभी छात्रों की उत्तर पुस्तिका दोबारा जांच कराने की मांग की है। हर छात्र की कॉपियों का पुनः मूल्यांकन किए जाने की मांग पर छात्रों ने तर्क दिया है कि उन्हें इस बात का अंदेशा है कि किसी ने छात्रों को जानबूझकर फेल किया है। अन्यथा कुछ को छोड़कर बाकी छात्र कैसे फेल हो सकते हैं।

इन कालेजों के छात्र धरना देने पहुंचे

गुरुवार को एमबीबीएस 2020 बैच के जीएस मेडिकल कॉलेज हापुर, एचसीआर मेडिकल कॉलेज नलपुर, रामा कॉलेज, सरस्वती कॉलेज आदि मेडिकल कॉलेजों के छात्र अपनी शिकायत लेकर विश्वविद्यालय कैंपस पहुंचे। छात्रों ने अपनी समस्या बताई और उसका निदान करने की मांग भी की। छात्रों ने बताया कि एनसीआर मेडिकल कॉलेज की एमबीबीएस 2020 बैच की परीक्षा में 111 छात्रों की सप्लीमेंट्री आयी थी। यह परीक्षा फरवरी 2020 में हुई थी।

छात्र बोले-यह तो एक रिकार्ड है

वहीं जीएस मेडिकल कॉलेज में 116 छात्रों की सप्लीमेंट्री आई थी। छात्रों ने कहा यह एक रिकॉर्ड है जो प्रदेश में किसी भी कॉलेज में इतनी बड़ी संख्या में सप्लीमेंट्री नहीं आई होगी। छात्रों ने बताया कि इसके बाद सप्लीमेंट्री परीक्षा में एनसीआर में 70 छात्रों को फिर फेल कर दिया गया। दूसरी ओर जीएस कॉलेज में भी सप्लीमेंट्री परीक्षा में 68 छात्र फेल हो गए। छात्रों ने विषय कोड 101, 102, 103, 104, 105, 106 के एनाटॉमी, फिजियोलॉजी और बायोकेमेस्ट्री के प्रथम द्वितीय सेमेस्टर की उत्तर पुस्तिका को पुनः जांचने की मांग रखी है।

परीक्षा समिति की बैठक में होगा फैसला

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार ने बताया कि छात्र सप्लीमेंट्री में फेल होने के मुद्दे को लेकर विश्वविद्यालय पहुंचे थे। गुरुवार को ही शाम चार बजे से परीक्षा समिति की बैठक है जिसमें छात्रों की इस समस्या को रखा जाएगा। छात्र हित में जो भी उचित होगा वह निर्णय लिया जाएगा।


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