काशीपुर में ऐसा क्या हुआ कि किन्नरों के खिलाफ मेयर को करनी पड़ी बैठक ...
किन्नरों की अराजकता से काशीपुर के लोग अब आजिज आ चुका हैं। लोगों से बड़ी रकम मांगे जाने और नहीं देने पर अभद्रता के बढ़ते मामलों से आजिज आकर काशीपुर के तकरीबन 30 विभिन्न संगठनों से जुड़े लोग एकजुट होकर आए हैं।
जागरण संवाददाता, काशीपुर : शुभ अवसरों पर किन्नरों के नेग लेने की परंपरा रही है। यही उनके जीवन यापन आधार होता है। लेकिन किन्नरों की अराजकता से काशीपुर के लोग अब आजिज आ चुका हैं। लोगों से बड़ी रकम मांगे जाने और नहीं देने पर अभद्रता के बढ़ते मामलों से आजिज आकर काशीपुर के तकरीबन 30 विभिन्न संगठनों से जुड़े लोग एकजुट होकर आए हैं।
उन्होंने मेयर ऊषा चौधरी के सामने अपनी समस्याएं रखीं। मामले में बैठक के बाद एक कमेटी गठित कर दी गई और कहा गया कि इस बाबत पुलिस और प्रशासन का सहयोग लिया जाएगा। इस मामले को लेकिन हमेशा अलग थलग रहने वाले किन्नर वर्ग में गहरा आक्रोश देखा जा रहा है। उनका कहना है कि उनकी रोजी रोटी से जुड़ा मामला है, इसमें वह पीछे नहीं हटेंगे और अपना पक्ष मजबूती से रखेंगे।
काशीपुर कल्याण मंच की ओर से आयोजित बैठक में नगर के विभिन्न राजनीतिक दलों, समाजसेवी संस्थाओं से जुड़े दर्जनों लोग रामलीला सभागार में उपस्थित हुए। सभी ने किन्नरों की अराजकता का एकस्वर में विरोध किया। मेयर ऊषा चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में तय किया गया कि भारी भरकम रकम देने लिए दबाव बनाने का विरोध किया जाएगा। साथ ही इस दौरान एक कमेटी का गठन भी किया गया। मेयर उषा चौधरी ने कहा कि इस बाबत प्रशासन व पुलिस का सहयोग भी लिया जाएगा।
लोगों के विरोध पर किन्नरों ने क्या कहा
किन्नरों ने बैठक में न बुलाए जाने पर अपना विरोध जताया। वहीं इस घटना को लेकर सोशल मीडिया में भी कई तरह के पोस्ट वायरल किए जा रहे हैं। कुछ लोगों को कहना है कि आप सभी शादियों में 50 हजार से एक लाख तक फूलों और पटाखों पर खर्च करते हो... लेकिन परम्परा के तौर पर आप से नेग लाने वालों के खिलाफ बैठक बुलानी पड़ रही है, शर्म की बात है।
नेग राशि तय करने पर पर चली बात ...
पंजाब के कई शहरों के तर्ज पर काशीपुर में भी नेग राशि तय करने की मांग उठाई गई है। इसमें एक न्यूनतम धनराशि तय करने की मांग कि जा रही है जिसमें हर कोई खुशी से उन्हें दे सके। इसमें अपनी मर्जी से ज्यादा देने वाले खुशी से धनराशि बढ़ा सकते हैं, लेकिन इसके लिए उनका दवाब न बनाया जा सके, इस पर विचार किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि इससे विवाद की स्थित उत्पन नहीं होगी।
क्या कहा मेयर ने
मेयर काशीपुर ऊषा चाैधरी ने बताया कि नेकग लेने के नाम पर किन्नरों की तरफ से नजायज पैसे मांगने की शिकायत लगातार आ रही है, इसी को लेकर बैठक बुलाई गई। जिसमें तय हुआ कि सभी धर्मों के प्रतिनिधियों के एक-एक सदस्य को शामिल कर कमेटी गठित की जाए, जिसमें आने वाले रिपोर्ट के आधार पर आगे का रास्ता निकाला जाएगा।