Independence day 2022 : उत्तराखंड में कैदियों को मिलेगी दोहरी सौगात, इस बार महिला, किन्नर व दिव्यांग कैदियों को मिलेगी विशेष रिहाई
इस बार केंद्र सरकार के आदेशों के क्रम में स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष में आयोजित होने वाले अमृत महोत्सव के तहत भी रिहाई मिल सकेगी। शासन द्वारा इसके लिए अपर मुख्य सचिव गृह की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून : प्रदेश में इस साल स्वतंत्रता दिवस पर विभिन्न जेलों में बंद कैदियों को रिहाई की दोहरी सौगात मिलेगी। इन कैदियों को इस बार केंद्र सरकार के आदेशों के क्रम में स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष में आयोजित होने वाले अमृत महोत्सव के तहत भी रिहाई मिल सकेगी। इनमें महिला, किन्नर और दिव्यांग कैदी शामिल रहेंगे।
समिति ने 23 कैदियों की सूची तैयार की
शासन द्वारा इसके लिए अपर मुख्य सचिव गृह की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। समिति ने 23 कैदियों की सूची तैयार की है, जिसे जल्द ही राजभवन भेजा जाएगा। इसके अलावा हर साल स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर रिहा होने वाले कैदियों की सूची अलग से तैयार करने की कसरत चल रही है।
गंभीर अपराधों में कैद कैदियों की रिहाई नहीं होगी
केंद्र सरकार ने स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के तहत कैदियों को रिहा करने का निर्णय लिया है। इसके लिए कुछ मानक तय किए गए हैं। केंद्र सरकार द्वारा तय मानकों के अनुसार इस योजना में गंभीर अपराधों में कैद कैदियों की रिहाई नहीं होगी। सामान्य अपराधों में कैद 50 वर्ष से अधिक आयु की उन्हीं महिला कैदियों को इस योजना के तहत रिहा किया जाएगा, जिन्होंने 50 प्रतिशत सजा पूरी कर ली हो।
इन्हीं कैदियों को किया जा सकेगा रिहा
60 वर्ष से अधिक आयु के उन्हीं किन्नर कैदियों को रिहा किया जाएगा, जो 50 प्रतिशत से अधिक सजा काट चुके हैं। इसके अलावा 70 वर्ष से अधिक आयु के उन्हीं दिव्यांग कैदियों को रिहा किया जा सकेगा, जिनकी 50 प्रतिशत सजा पूरी हो चुकी है। शासन ने ऐसे 23 कैदियों का चयन कर लिया है। इसके अलावा हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर रिहा किए जाने वाले कैदियों की सूची अलग से तैयार की जाएगी। इनमें उम्रकैद की सजा पाने वाले कैदी भी शामिल होते हैं। इनकी सूची जल्द तैयार की जाएगी।