शिमला जिला परिषद की बैठक में उठा चिट्टा तस्करी का मुद्दा, पुलिस से सख्ती बरतने की मांग
Chitta Smuggling जिला परिषद शिमला की शनिवार को आयोजित बैठक में चिट्टे का मुद्दा गूंजा। जिला परिषद सदस्य अनिल काल्टा ने बैठक में इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा नौजवान युवाओं का भविष्य नशे की लत से खत्म हो जाएगा।
शिमला, जागरण संवाददाता। Chitta Smuggling, जिला परिषद शिमला की शनिवार को आयोजित बैठक में चिट्टे का मुद्दा गूंजा। जिला परिषद सदस्य अनिल काल्टा ने बैठक में इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा नौजवान युवाओं का भविष्य नशे की लत से खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि डीजीपी और एसपी शिमला को ई मेल कर इसकी शिकायत भी की थी। उन्होंने कहा कि कोटखाई क्षेत्र नशे की चपेट में है। उन्होंने रूटीन पैट्रोलिंग की मांग उठाई। ऊपरी शिमला के गांवों में युवाओं को यह नशा बर्बाद कर रहा है। एसपी डॉ. मोनिका भटुंगरू ने कहा कि पुलिस ने नशे के खात्मे के लिए विशेष अभियान चलाया हुआ है। पिछले साल एनडीपीएस के 129 मामले दर्ज किए थे। इस साल 149 मामले दर्ज किए जा चुके हें। उन्होंने कहा कि कई विदेशी नागरिकों को भी चिट्टे के साथ पकड़ा है। आरोपितों की पूछताछ से पता चला है कि शिमला जिला में जो नशा आता है वह चंडीगढ़ व दिल्ली की तरफ से आता है।
सेब सीजन में सबसे ज्यादा नशा होता है इस्तेमाल
जिला परिषद सदस्य कौशल मुंगटा ने कहा कि सेब सीजन शुरू हो गया है। ऊपरी शिमला में बाहरी राज्यों से मजदूर आते हैं। नेपाली लेबर भी आती है। उन्होंने कहा कि सीजन के दौरान काफी ज्यादा नशा भी लाते हैं। उन्होंने कहा कि कुडडू बैरियर पर ज्यादा सख्ती की जाए।
ऊपरी शिमला में अवैध खनन सरेआम
जिला परिषद सदस्यों ने कहा कि ऊपरी शिमला में अवैध खनन जोरो शोरो से हो रहा है। इसको लेकर कई बार शिकायत की जा चुकी है लेकिन कार्रवाई नहीं होती। एसपी शिमला ने कहा कि अवैध खनन रोकने के लिए 15 विभाग काम करते हैं। पुलिस भी काम कर रही है। यदि कोई शिकायत हो तो जिला परिषद सदस्य सीधे उन्हें शिकायत कर सकते हैं।