पीलीभीत में डाक्टरों के तबादलों से बीमार हो गईं स्वास्थ्य सेवाएं
दरकार तो डाक्टरों की थी लेकिन स्थानांतरण सत्र के बाद जनपद का जिला अस्पताल खुद मरीज बन गया। बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने का दावा करने वाली सरकार में जोर शोर से चली तबादला एक्सप्रेस जनपद में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के लिहाज से अनुकूल नहीं रही।
पीलीभीत, जागरण संवाददाता: जनपद को दरकार तो डाक्टरों की थी लेकिन स्थानांतरण सत्र के बाद जनपद का जिला अस्पताल खुद मरीज बन गया। बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने का दावा करने वाली सरकार में जोर शोर से चली तबादला एक्सप्रेस जनपद में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के लिहाज से अनुकूल नहीं रही। जनपद के स्वास्थ्य विभाग विशेषकर जिला अस्पताल में डाक्टरों के रिक्त पदों के भरने की उम्मीद लगाए बैठे जनपदवासियों को झटका लगा। रिक्त पदों को भरने की जगह कई विशेषज्ञ डाक्टरों के तबादले कर दिए गए। जनपद से कुल 12 डाक्टरों का तबादला किया गया जिसमें जिला संयुक्त अस्पताल के छह डाक्टर शामिल हैं।
जिला पुरुष अस्पताल के चार व जिला महिला अस्पताल से दो डाक्टरों का तबादला किया गया है। इसके प्रतिस्थापन में जिला पुरूष अस्पताल में केवल एक व जिला महिला अस्पताल में चार डाक्टरों को भेजा गया है। ऐसे ही सीएमओ अधीन छह डाक्टरों का स्थानांतरण किया गया लेकिन उसके स्थान पर पांच डाक्टरों की ही तैनाती की गई। सीएमओ अधीन चिकित्सकों के पहले से ही करीब 80 पद रिक्त चल रहे हैं।
आपरेशन होंगे ठप
जिला पुरुष अस्पताल से निश्चेतक डा. निशिकांत गुप्ता का स्थानांतरण होने के बाद अस्पताल से निश्चेतक का पद रिक्त हो गया है। उनके स्थान पर किसी निश्चेतक को नहीं भेजा गया है। ऐसे में जिला पुरुष अस्पताल में आपरेशन प्रभावित होंगे। निश्चेतक का पद रिक्त होने से गुर्दे, बच्चेदानी, हार्निया, ईएनटी, हड्डी आदि के आपरेशन लगभग बंद हो जाएंगे।
ईएनटी व अल्ट्रासाउंड पर पड़ेगा असर
जिला पुरूष अस्पताल के ईएनटी सर्जन डा. अनिल कुमार मिश्रा का स्थानांतरण होने से नाक, कान व गला रोग से पीड़ित मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। उनके स्थान पर किसी अन्य डाक्टर की तैनाती नहीं की गई है। अस्पताल में मौजूद दूसरे ईएनटी सर्जन डा. प्रवीन शर्मा के लापरवाह रवैये के कारण मरीज पहले ही परेशान रहते हैं। इसी तरह जिला संयुक्त अस्पताल में एक रेडियोलाजिस्ट की आवश्यकता थी लेकिन मौजूदा रेडियोलाजिस्ट डा. जगदीश प्रसाद का स्थानांतरण होने से अल्ट्रासाउंड कराने आ रहे मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। लखीमपुर से एक रेडियोलाजिस्ट की तैनाती की गई है लेकिन कार्यभार अधिक होने के कारण व्यवस्थाओं में अपेक्षित सुधार देखने को नहीं मिलेगा।
जिला अस्पताल के आधे फार्मासिस्ट स्थानांतरित: जिला पुरुष अस्पताल में चीफ फार्मासिस्ट के सात पद सृजित हैं। इसमें से छह पदों पर चीफ फार्मासिस्ट तैनात थे। शुक्रवार को आई सूची में जिला पुरुष अस्पताल के तीन चीफ फार्मासिस्टों का स्थानांतरण गैर-जनपद हो गया लेकिन उनके स्थान पर कोई चीफ फार्मासिस्ट नहीं भेजा गया है। जिला महिला अस्पताल से एक चीफ फार्मासिस्ट का स्थानांतरण हुआ है।
सीएमओ अधीन 10 फार्मासिस्ट गए, केवल दो आए: स्थानांतरण सूची में सीएमओ अधीन कुल ग्यारह फार्मासिस्टों व चीफ फार्मासिस्टों का स्थानांतरण गैर-जनपद किया गया है। इनके स्थान पर केवल दो चीफ फार्मासिस्टों को जनपद में भेजा गया है। जनपद से नौ फार्मासिस्टों का ट्रांसफर उनके अनुरोध पर किया गया है।
एक मंत्री व तीन विधायक भाजपा के, फिर भी अभाव
जनपद में पिछड़ी स्वास्थ्य सुविधाएं हमेशा मुद्दा रही हैं। समय समय पर जनप्रतिनिधियों की ओर से डाक्टरों व अन्य स्टाफ की कमी पूरी करने के बाबत वादे भी किये गए लेकिन जनपदवासियों को कोई लाभ नहीं मिला। जनपद से निर्वाचित होकर प्रदेश की भाजपा सरकार में राज्यमंत्री व अन्य तीन विधायक भाजपा खेमे के विधानसभा में पहुंचे हैं। इसके बाद भी जनपद में स्वास्थ्य सुविधाएं न बढ़ना चिंता का विषय है।
पद कार्यस्थल गए आए
एसीएमओ सीएमओ कार्यालय 1 0
चिकित्सक जिला पुरुष अस्पताल 4 1
चिकित्सक जिला महिल्ला अस्पताल 2 4
चिकित्सक सीएमओ अधीन 6 5
चीफ फार्मासिस्ट जिला पुरुष अस्पताल 3 0
चीफ फार्मासिस्ट जिला महिला अस्पताल 1 0
चीफ फार्मासिस्ट सीएमओ अधीन 2 2
फार्मासिस्ट सीएमओ अधीन 9 0
रिक्त पदों का विवरण
चिकित्सक जिला पुरुष अस्पताल 15
चिकित्सक जिला महिला अस्पताल 5
चिकित्सक सीएमओ अधीन 84
इनका कहना है
शासन के आदेश पर स्थानांतरण हुए हैं। अस्पताल में डाक्टरों की कमी पहले से थी। बमुश्किल व्यवस्थाएं बनाकर अस्पताल का संचालन किया जा रहा था। स्थानांतरण के दौरान अपेक्षित रूप से कार्मिक नहीं आए हैं। उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। - डा. विजय कुमार तिवारी, सीएमएस पुरुष, जिला अस्पताल