सरकारी स्कूल के होनहार सीखेंगे खेती-बाड़ी के गुर, खुद की उगाई ताजी सब्जी खाएंगे
हरियाणा में किचन गार्डनिंग के लिए छात्रों को प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके अलावा खेतीबाड़ी के भी गुर सीखेंगे। सरकारी स्कूलों में छात्र किचन गार्डनिंग करेंगे। हरियाली बढ़ने के साथ मिड डे मील में बनने वाली सब्जियों का खर्च भी होगा कम।
यमुनानगर, [नरेंद्र शर्मा]। सरकारी स्कूल के विद्यार्थी अब बाजार की बजाय खुद की उगाई सब्जियों का स्वाद लेंगे। इससे उन्हें ताजी व पौष्टिक सब्जियां खाने को मिलेंगी। बाजार की कीटनाशक छिड़काव वाली सब्जियों से भी छुटकारा मिलेगा। स्कूलों में अब विद्यार्थी किचन गार्डनिंग करते हुए सब्जियां उगाएंगे। इस बारे में शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों में पत्र जारी कर दिया गया है।
बागवानी विभाग की तरफ से विद्यालयों में सब्जियों के बीज उपलब्ध करवाए जाएंगे। बीजों से विद्यार्थी स्कूल में ही किचन गार्डन तैयार करेंगे। गार्डन में तैयार होने वाली सब्जियों का प्रयोग मिड डे मील में किया जाएगा। गर्मी के अवकाश के बाद अब स्कूल खुल चुके हैं और यह प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। डीईईअो की ओर से इस बारे में सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर दिया गया है। बता दें कि जिले में 927 प्राइमरी व अपर प्राइमरी स्कूल हैं। जिनमें 76679 बच्चे मिड डे मील को भोजन ग्रहण करते हैं।
बेस्ट किचन गार्डन को उपायुक्त करेंगे सम्मानित
इसमें खास बात यह भी है कि जिस स्कूल का किचन गार्डन बेस्ट होगा। उस स्कूल को उपायुक्त की तरफ से सम्मानित किया जाएगा। स्कूलों में बच्चों की संख्या के मुताबिक पौधे लगाए जाएंगे। सुरक्षा की जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की भी रहेगी। किचन गार्डन को विकसित करने में भोजन बनाने वाली कुक की भी मदद ली जाएगी। शिक्षा विभाग की ओर से बच्चों को वन विभाग औषधि पौधे भी उपलब्ध करवाए जाएंगे।
किचन गार्डन से ये होगा फायदा
स्कूलों में किचन गार्डन शुरू होने से स्कूलों में हरियाली बढ़ेगी। बच्चों को ताजी व पौष्टिक सब्जियां खाने को मिलेंगी। साथ ही वह खेती बाड़ी के गुर भी सीख सकेंगे। दूसरी ओर, मिड डे मील में बनने वाली सब्जियों का खर्च भी कम होगा। बता दें कि किचन गार्डन में सीजनल सब्जियों को तरजीह दी जाएगी। जिससे बच्चे भी सीजन की सब्जियों से अवगत रहेंगे।
मेधावी छात्र भी होंगे पुरस्कृत
शिक्षा विभाग अध्यापकों से पांच विद्यार्थियों के नाम भी मांगेगा। अध्यापकों को उन बच्चों के नाम देने होंगे, जिनकी सफलता पर अध्यापकों को गर्व हो। स्कूल प्रिंसिपल उन नामों को जिला शिक्षा अधिकारी के पास भेजेंगे। जिन्हें सम्मानित किया जाएगा। विद्यालयों में कक्षा छठी से 12वीं के बच्चों के बीच प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी करवाई जाएगी। जिनमें विजेता बच्चों को पुरस्कृत किया जाएगा।
अवकाश समाप्त होने के बाद स्कूलों में किचन गार्डन शुरू करने को लेकर पत्र प्राप्त हुआ है। स्कूल में बागवानी विभाग की तरफ से बीज उपलब्ध करवाए जाएंगे। किचन गार्डन में उगी सब्जियों का प्रयोग मिड डे मील में किया जाएगा।
पिरथी सैनी, डिप्टी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी