दुकान व मकान तोड़ने के प्रयास का विरोध
दुकान व मकान तोड़ने के प्रयास का विरोध
दुकान व मकान तोड़ने के प्रयास का विरोध
संवाद सहयोगी, करगली (बेरमो) : सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र अंतर्गत कारो परियोजना की कोयला खदान को विस्तार करने के लिए सीसीएल प्रबंधन ने रविवार को कारो बस्ती स्थित एक मकान व एक दुकान को तोड़ने का प्रयास किया, जिसका स्थानीय विस्थापितों ने विरोध किया और सीसीएल की टीम को बैरंग लौटा दिया। टीम का नेतृत्व कारो परियोजना के पीओ केडी प्रसाद कर रहे थे। उनके साथ अन्य कई सीसीएल अधिकारी एवं मजदूर भी थे। ज्योंही टीम कारो बस्ती निवासी धीरज कमार की दुकान व आवास को तोडने पहुंची, तब स्थानीय विस्थापितों ने जुटकर विरोध किया। साथ ही दुकान व मकान को तोड़ने नहीं दिया। इस कारण कारो परियोजना प्रबंधन की टीम को वापस लौटना पड़ा। धीरज कमार ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन उन्हें बिना मुआवजा व पुनर्वास दिए ही उनकी दुकान व मकान तोड़ने को आमादा है। जबतक प्रबंधन उन्हें मुआवजा व पुनर्वास की सुविधा नहीं देगा, तबतक दुकान व मकान को वह तोड़ने नहीं देंगे। यदि प्रबंधन जबरन मकान व दुकान को तोड़ने का प्रयास करेगा, तो कारो बस्ती के तमाम लोग मिलकर विरोध करेंगे। विस्थापितों के प्रति प्रबंधन की नीति स्पष्ट नहीं है। विस्थापितों को बिना नौकरी, मुआवजा व पुनर्वास की सुविधा दिए ही जबरन हटाने पर प्रबंधन तुला हुआ है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि प्रबंधन को शांतिपूर्ण माहौल में कारो माइंस को संचालित कराना है तो प्रभावित विस्थापितों को वाजिब अधिकार दे, अन्यथा आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी। मौके पर दर्जनों विस्थापित मौजूद थे।
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वर्जन
कारो माइंस का विस्तार करने के लिए पास स्थित दुकान व मकान को हटाया जाना है, जिसके लिए दुकान सह मकान के मालिक सहमत थे। उन्होंने मजदूर मांगा था। जब मजदूरों के साथ जाकर दुकान व मकान को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू की जा रही थी, तभी कुछ लोगों ने पहुंचकर विरोध किया और दुकान व मकान तोड़ने नहीं दिया।
- केडी प्रसाद, पीओ, सीसीएल कारो परियोजना