BJP Mission 2024:: प्रतापगढ़ जनपद में 700 बूथों पर हार के कारणों को खंगाल रही भाजपा
भाजपा ने प्रतापगढ़ के हर विधानसभा क्षेत्र में ऐसे सौ-सौ बूथों को चिह्नित किया है जहां उसे पिछले तीन चुनावों में हार का सामना करना पड़ा था। हार की वजह की समीक्षा के लिए अभियान चलाया गया है। इसके लिए हर विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी बनाए गए हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। भारतीय जनता पाटी्र अब मिशन 2024 की ओर अग्रसर हो गई है। अगले किला को फतह करने के लिए भाजपा ने बूथों का रण जीतने की कवायद शुरू कर दी है। पार्टी प्रतापगढ़ जिले प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के उन सौ बूथों पर फोकस कर रही है, जहां उसे विपक्ष से कम मत मिले थे। हार के कारणों की समीक्षा के लिए जेल राज्यमंत्री के अलावा तीन एमएलसी, दो विधायक व दो सांसदों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
लोकसभा चुनाव की भाजपा की तैयारी : लोकसभा चुनाव 2024 को अभी दो वर्ष बाकी हैं, लेकिन भाजपा अभी से जीत हासिल करने की कवायद में जुट गई है। शीर्ष नेतृत्व इस बात पर मंथन कर रहा है कि आखिर गरीब कल्याण योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना सहित अन्य कल्याणकारी योजनाएं पूरे देश में लागू हैं, फिर क्या वजह है कि वर्ष 2017 व 2022 के विधानसभा चुनाव और वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में उसे कई बूथों पर विपक्ष की अपेक्षा कम मत मिले।
प्रत्येक विधानसभा में 100-100 बूथ चिह्नित : संगठन ने प्रतापगढ़ के हर विधानसभा क्षेत्र में ऐसे सौ-सौ बूथों को चिह्नित किया है, जहां उसे पिछले तीन चुनावों में हार का सामना करना पड़ा था। हार की वजह कार्यकर्ताओं में अंतरकलह, विपक्ष के दमदार नेता का प्रभाव या कोई और वजह रही, इसकी समीक्षा के लिए अभियान चलाया गया है। इसके लिए हर विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी बनाए गए हैं।
कहां किसे दी गई जिम्मेदारी : जेल राज्यमंत्री धर्मवीर प्रजापति को बाबागंज, एमएलसी उमेश द्विवेदी को कुंडा, एमएलसी सुरेंद्र चौधरी को रानीगंज, एमएलसी केपी श्रीवास्तव को पट्टी, विधायक राजेंद्र मौर्य को सदर, विधायक जीतलाल पटेल को विश्वनाथगंज और प्रत्याशी रहे नागेश प्रताप सिंह छोटे सरकार को रामपुर खास विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
विधायकों को समीक्षा करनी होगी : प्रत्येक विधायक को अपने क्षेत्र के 50 बूथों पर हार के कारणों की समीक्षा करनी है, जबकि प्रतापगढ़ के सांसद संगमलाल गुप्ता को पांच विधानसभा क्षेत्रों के 250 बूथ और कौशांबी सांसद विनोद सोनकर को कुंडा व बाबागंज के 100 बूथों की जिम्मेदारी दी गई है। विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारी के साथ 10-10 कार्यकर्ता और सांसदों के साथ 30-30 कार्यकर्ता लगाए गए हैं। इन सभी प्रभारियों को हार के कारणों सहित बूथ की भौगौलिक, सामाजिक परिस्थिति सहित अन्य बिंदुओं को भाजपा द्वारा लांच किए गए सरल ऐप पर अपलोड करना है।
क्या कहते हैं भाजपा जिलाध्यक्ष : भाजपा के प्रतापगढ़ जिलाध्यक्ष हरिओम मिश्र ने बताया कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में ऐसे 100-100 बूथ चिह्नित किए गए हैं, जहां पार्टी को पिछले चुनावों में कम मत मिले थे। वोट कम मिलने की वजह को खंगालने के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। हार के कारणों की समीक्षा का अभियान जुलाई महीने के अंत तक चलेगा।