Bengal Tourism: होम स्टे को और बेहतर बनाएगा बंगाल पर्यटन विभाग, 32 जगह के लिए दिया गया फंड
पर्यटकों की पसंद को देखते हुए बंगाल पर्यटन विभाग होम स्टे की बेहतर व्यवस्था की तैयारी कर रही है। अगले 6 महीने में यहां का होम स्टे पहले स्थान पर होगा। बंगाल में होम स्टे की शुरुआत 2017 में की गयी थी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। सैर-सपाटे का शौक रखने वाले लोगों को बंगाल के पर्यटन स्थल काफी आकर्षित करते है। विशेषकर यहां के होम स्टे पर्यटकों के बीच अधिक लोकप्रिय है। पर्यटकों की पसंद को देखते हुए ही राज्य पर्यटन विभाग ने होम स्टे के क्षेत्र में और बेहतर व्यवस्था कर रहा है।
राज्य के पर्यटन मंत्री इंद्रनील सेन ने बताया कि कोविड के कारण करीब ढाई साल तक पर्यटन बंद रहा, अब जब लोगों का घूमना दोबारा शुरू हुआ है तो राज्य सरकार होम स्टे पर फोकस कर रही है। मंत्री के अनुसार पर्यटन के क्षेत्र में होम स्टे के मामले में बंगाल पूरे देश में अभी चौथे पायदान पर है। हमारी कोशिश है कि यहां होम स्टे को उस दर्जे तक पहुंचाया जाए कि हर कोई बंगाल का रूख करे। उन्होंने दावा किया है कि अगले 6 महीने में यहां का होम स्टे पहले स्थान पर होगा।
2017 में शुरू हुआ था होम स्टे
बंगाल में होम स्टे की शुरुआत 2017 में की गयी थी। इसे शुरू करने का उद्देश्य पर्यटन के साथ स्थानीय लोगों को रोजगार का अवसर देना था। धीरे-धीरे इसकी लोकप्रियता बढ़ती गयी और ज्यादा से ज्यादा स्थानीय लोगों ने भी इस ओर अपनी दिलचस्पी दिखायी। उत्तर बंगाल में होम स्टे अधिक है। सुंदरवन को पर्यटन के लिए आगामी दिनों में और सजाया जाएगा। इसके लिए और भी प्रोजेक्ट है जिनपर काम किया जाना है। पर्यटकों के लिए यहां ऑनलाइन बुकिंग की व्यवस्था है जो तीन महीने पहले करनी होती है। मंत्री ने बताया कि 32 जगहों के लिए फंड दिया गया है जिसे जल्द पर्यटन के लिए तैयार किया जाएगा। उनके अनुसार पहले पर्यटन स्थलों को चिह्नित किया जाता है फिर उसके लिए फंड जारी किया जाता है।
कोलकाता पुलिस पहनेगी अत्याधुनिक बॉडीगार्ड जैकेट
-कोलकाता में बैठकें और जुलूस एक दैनिक घटना है कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति लगभग देखी जा रही है। विरोध प्रदर्शन में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके अलावा, प्रदर्शनकारियों के गुस्से के कारण कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। बैठक और जुलूस से लेकर जमात और प्रदर्शन तक शहर में किसी भी तरह की बड़ी कानून व्यवस्था बिगड़ने पर पुलिस इस बार अत्याधुनिक बॉडीगार्ड जैकेट पहनेगी।
लालबाजार सूत्रों के मुताबिक इस नए बॉडीगार्ड जैकेट पर कोलकाता पुलिस का लोगो करीब 5 इंच का होगा। जैकेट मोटी है और अंदर की तरफ स्पंज है। यदि पुलिसकर्मी को किसी भारी वस्तु से मारा जाता है, तो जैकेट संबंधित पुलिसकर्मी के शरीर की रक्षा करने में सक्षम होगी। यह विशेष जैकेट अन्य जैकेटों की तुलना में काफी हल्का है। संबंधित जैकेट में आग्नेयास्त्रों और लाठी रखने के लिए जगह है।
इस जैकेट का वजन करीब 3 किलो होगा। इससे पुलिसकर्मी जैकेट पहनकर दौड़ सकेंगे। जैकेट में कई पॉकेट होंगे। कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि यह विशेष अंगरक्षक जैकेट हमारे पुलिस कर्मियों को विरोध के दौरान सुरक्षा के प्रभारी रहते हुए अपने शरीर को सुरक्षित रखने में सक्षम बनाएगा।