State University: तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा को लेकर राज्य विश्वविद्यालय में बीएड छात्रों ने किया प्रदर्शन
राज्य विश्वविद्यालय में मंगलवार को बीएड के छात्रों ने परीक्षा को लेकर प्रदर्शन किया। छात्रों के हंगामे को देखते हुए राज्य विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस बुला ली। छात्रों ने आरोप लगाया की बीएड सत्र 2020-22 में प्रवेश प्राप्त प्रशिक्षार्थियों के पाठ्यक्रम पूर्ण होने में विलंब हो रहा है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) राज्य विश्वविद्यालय में मंगलवार को बीएड के छात्रों ने परीक्षा को लेकर प्रदर्शन किया। छात्रों के हंगामे को देखते हुए राज्य विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस बुला ली। छात्रों ने आरोप लगाया की बीएड सत्र 2020-22 में प्रवेश प्राप्त प्रशिक्षार्थियों के पाठ्यक्रम पूर्ण होने में विलंब हो रहा है। राज्य विश्वविद्यालय की ओर से अभी तक कोई परीक्षा कार्यक्रम घोषित नहीं किया गया है।
प्रवेश को 19 माह बीत चुके और अभी थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा पूर्ण नहीं हो सकी
परीक्षा को लेकर राज्य विश्वविद्यालय और इससे जुड़े कॉलेजों के बीएड छात्र मंगलवार सुबह ही राज्य विश्वविद्यालय परिसर में पहुंच गए। छात्रों ने कहा कि नवंबर 2020 में उनका दाखिला हुआ था। प्रवेश को 19 माह बीत चुके और अभी थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा पूर्ण नहीं हो सकी और ना ही विश्वविद्यालय ने परीक्षा की कोई तारीख घोषित की है। छात्रों का कहना है कि तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा कराकर उनको चतुर्थ सेमेस्टर में प्रमोट कर दिया जाए। छात्रों के बीच पहुंचे कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह ने छात्रों को समझाने की कोशिश की पर छात्र अपनी मांग पर अड़े रहे।
दो साल का कोर्स पूरा हुए बिना छात्रों को मार्कशीट नहीं दी जा सकती
बीएड के विद्यार्थियों ने कहा कि तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा जल्द कराकर चतुर्थ सेमेस्टर के छात्रों को प्रमोट कर दिया जाए। हंगामे को देखते हुए मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्रों को समझाने की कोशिश की पर छात्र नहीं माने। कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि नवंबर 2020 में छात्रों का एडमिशन हुआ था, ऐसे में इस साल नवंबर तक छात्रों की पढ़ाई होनी है। जुलाई में तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा कराई जाएगी और चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं नवंबर में संपन्न होंगी। दो साल का कोर्स पूरा हुए बिना छात्रों को मार्कशीट नहीं दी जा सकती है। इस संबंध में छात्रों को बता दिया गया है।
Edited By Ankur Tripathi