जिला अस्पताल में मरीज की मौत पर हंगामा, तोड़फोड़
जिला अस्पताल में मरीज की मौत पर हंगामा तोड़फोड़
जिला अस्पताल में मरीज की मौत पर हंगामा, तोड़फोड़
- कार्यवाहक अस्पताल अधीक्षक ने आसनसोल दक्षिण थाना में दर्ज कराई शिकायत
-सीसीटीवी फुटेज से तोड़फोड़ करने वालों की पहचान कर रही पुलिस
जागरण संवाददाता, आसनसोल : आसनसोल जिला अस्पताल में इलाज के दौरान सोमवार की रात एक मरीज की मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने अस्पताल में हंगामा मचाते हुए तोड़फोड़ की। उनका आरोप था कि इलाज में लापरवाही के कारण मरीज की मौत हुई है। मृतक कंचन बाउरी (20) एंबुलेंस चालक था। वह बुधा बाउरी पाड़ा का निवासी था। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची तथा स्थिति को संभाला। घटना को लेकर अस्पताल के चिकित्सक, नर्सों और स्वास्थ्य कर्मियों में आक्रोश है। वह कार्यस्थल में सुरक्षा को लेकर भी चिंतित हैं। मंगलवार सुबह अस्पताल के कार्यवाहक अधीक्षक डाक्टर उत्तम राय के पास नर्सों ने शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद उन्होंने आसनसोल दक्षिण थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज को देखकर हमलावरों की पहचान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
मृतक के पिता सूर्य बाउरी ने कहा कि सोमवार दोपहर करीब डेढ़ बजे कंचन को अस्पताल के आपातकालीन विभाग में ले जाया गया। उसे दस्त आ रहे थे और पेट में दर्द के साथ उल्टी हुई थी। उसे डा. सोमनाथ गुप्ता के नेतृत्व में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के मेल मेडिकल वार्ड में भर्ती कराया गया। उनका आरोप है कि जब मरीज की स्थिति गंभीर थी तो उसे रेफर करना चाहिए था। उसे अचानक सीसीयू में ले जाया गया। वहीं रात को अचानक बताया कि उसकी मौत हो गई। वहीं अस्पताल प्रबंधन का दावा है कि शाम को हालत बिगड़ने पर उन्हें बर्द्धमान मेडिकल कालेज अस्पताल रेफर कर दिया गया, लेकिन किसी नेता का फोन आने पर उसे सीसीयू में लाया गया। वहां इलाज के बावजूद कुछ नहीं हुआ। आखिरकार रात दस बजे के बाद उसकी मौत हो गई। यह खबर सुनते ही मृतक युवक के स्वजन भड़क गए। उन्होंने अस्पताल में तोड़फोड़ शुरू कर दी। सीसीयू के पास कुर्सियों, बोर्ड सहित चार नर्सों की स्कूटी तोड़ दी। अस्पताल में सुरक्षा गार्ड मौजूद थे, लेकिन वह कुछ नहीं कर सके। कुछ ही देर बाद आसनसोल साउथ पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने किसी तरह स्थिति को संभाला।
रात में मृतक के स्वजन शव नहीं ले गए। वह मंगलवार सुबह पहुंचे। लापरवाही की शिकायत करते हुए उन्हें अस्पताल प्रशासन की ओर से लिखित शिकायत दर्ज करने को कहा गया, लेकिन उन्होंने शिकायत दर्ज नहीं की। बिना पोस्टमार्टम के अस्पताल के अधिकारियों ने उन्हें शव दे दिया।
इलाज में नहीं हुई लापरवाही : डा. राय
अस्पताल के कार्यवाहक अधीक्षक डा. राय ने कहा कि युवक के इलाज में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती गई है। युवक को कुछ पुरानी समस्या थी और उसकी शारीरिक स्थिति खराब हो गई थी। उसे भी रेफर कर दिया गया, लेकिन घर के लोग उसे नहीं ले जाना चाहते थे और उसे सीसीयू लाया गया। जहां उसकी मौत हुई। उन्होंने कहा कि इसके अस्पताल में तोड़फोड़ कर सरकारी संपत्ति को नष्ट कर दिया और साथ ही कई नर्सों की स्कूटी भी तोड़ दी। घटना की जानकारी थाने में दी और शिकायत दर्ज कराई।