खेत से मखाना उठाव को लेकर मशीन बनाने पर हो रहा है शोध
संवाद सहयोगी कटिहार कृषि विज्ञान केंद्र में 13वीं विज्ञानी सलाहकार समिति की बैठक आयोजित की गई।
संवाद सहयोगी, कटिहार : कृषि विज्ञान केंद्र में 13वीं विज्ञानी सलाहकार समिति की बैठक आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से अटारी जोन चार पटना के निदेशक डाक्टर अंजनी कुमार ने किसान हित में कार्य करने को लेकर कई सुझाव दिए। उन्होंने किसानों को मिट्टी जांच के लिए प्रोत्साहित करने, जैविक एवं प्राकृतिक खेती के लिए किसानों को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मखाना खेती की ओर किसानों का रूझान तेजी से बढ़ रहा है। खेत में काफी पानी से मखाना का गुड़िया उठाने में मजदूरों को काफी समय तक पानी में रहकर इसका उठाव करने में काफी परेशानी होती है। इसको देखते हुए गुड़िया उठाव मशीन बनाया जा रहा है। यह मशीन जल्द ही बाजार में आने की संभावना है। इससे मखाना किसानों को काफी फायदा होगा।
बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के प्रसार शिक्षा सह निदेशक डाक्टर आरएन सिंह ने कहा कि 2023 मिलेट वर्ष को ध्यान में रखते हुए जिले में मिलटेस की खेती को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है। कार्यकर्रम में मौजूद बीएमपी सात के कमांडेंट दिलनवाज अहमद ने बीएमपी परिसर में न्यूट्री गार्डन एवं प्राकृतिक खेती के लिए एक माडल बनाने की बात कही। कृषि विज्ञान केंद्र की वरीय विज्ञानी व प्रधान डाक्टर रीता सिंह ने कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा किए जा रहे कार्य की विस्तृत जानकारी दी। जिला कृषि पदाधिकारी दिनकर प्रसाद सिंह ने कहा कि जिले के गंगा किनारे के पांच किलोमीटर क्षेत्र में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। आत्मा के परियोजना निदेशक मुहम्मद सज्जाद आलम ने कहा कि किसानों के लिए विभाग द्वारा जुलाई माह में किसान चौपाल का आयोजन सहित अन्य योजनाओं की जानकारी देने को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। डीडीएम नाबार्ड ने एफपीओ को बढ़ावा देने के लिए सभी से इसमें सहयोग करने की अपील की। इस मौके पर जिले के दो प्रगतिशील किसान ड्रैगन फ़्रूट के लिये संजय कुमार व मशरूम के विभिन्न उत्पाद के लिये प्रीति कुमारी को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर केवीके परिक्षेत्र का निरीक्षण भी कृषि विज्ञानी व अतिथियों ने किया। इस अवसर पर भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय पूर्णिया के विद्यार्थी व चयनित किसान मौजूद थे।