मीट फैक्ट्रियों की लापरवाही से हैंडपंपों से निकल रहे ‘मौत का लाल’ पानी को लेकर प्रशासन अलर्ट, लिए गए सैंपल
अलीगढ में संचालित मीट की फैक्ट्रियों की लापरवाही के चलते क्षेत्र का पानी प्रदूषित हो रहा है। इसकी शिकायत क्षेत्रीय लोगों ने शनिवार को डीएम से की। डीएम के निर्देश पर एसीएम प्रथम के नेतृत्व में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जल निगम व पंचायती राज विभाग की टीम मौके पर पहुंची।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। मीट फैक्ट्रियों की लापरवाही से हैंडपंपों से निकल रहे ‘मौत का लाल’ पानी को लेकर प्रशासन अलर्ट हो गया। डीएम इंद्र विक्रम सिंह के निर्देश पर सोमवार को एसीएम प्रथम कुंवर बहादुर सिंह के नेतृत्व में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, जल निगम व पंचायती राज विभाग की टीम शाहपुर कुतुब के माजरा चमरौला में पहुंची। यहां पर दो हैंडपंपों से पानी के सैंपल लिए गए। एक मीट फैक्ट्री से भी एसटीपी प्लांट से भी सैंपल लिया गया। अब इसे जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा।
मीट फैक्ट्रियों में हर दिन होता है हजारों पशुओं का कटान
रोरावर- लोधा क्षेत्र के अमरपुर कोंडला, मकदूम नगर, शाहपुर कुतुब क्षेत्र में कई मीट फैक्ट्रियां हैं। इन मीट फैक्ट्रियों में हर दिन हजारों पशुओं का कटान होता है। शासन से निर्धारित मानकों के मुताबिक मीट फैक्ट्रियों को परिसर के अंदर ही कटान के मलबे का निस्तारण करना होता है, लेकिन अधिकांश मीट फैक्ट्रियां इसका सही ढंग से निस्तारण नहीं कर पाती हैं। इससे मीट फैक्ट्रियों से खून युक्त पानी निकलता है। यह पानी बहकर नालियों में पहुंचता है। इससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानी रहती है। पूरे क्षेत्र में बदबू रहती है। इसी क्षेत्र के शाहपुरकुतुब के माजरा चमरौला के हैंडपंप में कई दिनों से मांस के टुकड़े आ रहे हैं, लोग परेशान हैं। न तो इनके घरों में इस पानी से खाना बन पा रहा है और न ही पानी का अन्य जगह प्रयोग हो रहा है।
शनिवार को लोगों ने की डीएम से शिकायत
शनिवार को गांव के लोगों ने डीएम इंद्र विक्रम सिंह से शिकायत की। डीएम ने जांच के आदेश दिए। इस पर सोमवार को प्रशासन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व जल निगम की टीम ने गांव में जाकर जांच की। एसीएम प्रथम ने बताया कि गांव के दो हैंडपंपों के सैपल लिए गए हैं। एक मीट फैक्ट्री से भी सैंपल लिया गया। जांच रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई होगी।