Move to Jagran APP

गंडक नदी में छोड़ा गया 2.67 लाख क्यूसेक पानी, निचले इलाके में बढ़ा खतरा

गोपालगंज मानसून के सक्रिय होने के बाद लगातार हो रही बारिश तथा बाल्मिकीनगर बराज से पानी

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Jun 2022 07:25 PM (IST)Updated: Wed, 29 Jun 2022 07:25 PM (IST)
गंडक नदी में छोड़ा गया 2.67 लाख क्यूसेक पानी, निचले इलाके में बढ़ा खतरा

गोपालगंज : मानसून के सक्रिय होने के बाद लगातार हो रही बारिश तथा बाल्मिकीनगर बराज से पानी छोड़े जाने के कारण गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है। बुधवार को बाल्मिकीनगर बराज से शाम के छह बजे पानी का डिस्चार्ज 2.67 लाख क्यूसेक तक पहुंच जाने के कारण गुरुवार की शाम तक नदी के जलस्तर में और बढ़ोतरी की संभावना बढ़ गई है। नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही दियारा इलाके के कई स्थानों पर नदी की धारा तटबंध की तरफ बढ़ने लगी है। जिसके कारण दियारा इलाके के निचले इलाके के लोगों को बाढ़ की चिता भी सताने लगी है। गंडक नदी की जलस्तर बढ़ने का सिलसिला शुरू होने के साथ ही तटबंधों की बदहाली से इस इलाके के ग्रामीणों की धड़कन बढ़ती जा रही है। उधर अलर्ट जारी किए जाने के बाद प्रशासनिक स्तर पर सारण तटबंध से लेकर राजस्व छरकियों तक की निगरानी को बढ़ा दिया गया है। बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी लगातार तटबंध की निगरानी कर रहे हैं।

loksabha election banner

पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी प्रारंभ हो गई है। इस बीच नेपाल में हुई बारिश के कारण बुधवार सुबह से गंडक नदी में पानी का डिस्चार्ज बढ़ने लगा। हर दो घंटे पर डिस्चार्ज का लेबल बढ़ने के कारण प्रशासन ने भी सतर्कता को बढ़ाने का निर्देश जारी कर दिया। गंडक नदी का जलस्तर में बढ़ने से सदर प्रखंड के अलावा मांझा, बरौली, सिधवलिया तथा बैकुंठपुर प्रखंड में नदी के आसपास के 13 पंचायतों के लोगों की नींद एक बार फिर उड़ गई है। गुरुवार तक गंडक नदी के जलस्तर में और बढ़ोतरी की संभावना को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर तटबंधों की निगरानी को और बढ़ा दिया गया है। इस बीच मौसम विभाग की ओर से अलर्ट जारी होने के बाद विशेष तौर पर गंडक नदी के आसपास के गांवों में अधिक सतर्कता बरतने का निर्देश जारी किया गया। तटबंध की निगरानी के लिए बाढ़ नियंत्रण विभाग की टीम को लगातार बांध पर ही कैंप करने का निर्देश जारी किया गया। अलावा इसके बाढ़ से प्रभावित होने वाले जिले के छह प्रखंड के सीओ को तटबंध की लगातार निगरानी करने को कहा गया है।

---------

निचले इलाके के 36 गांवों में बाढ़ का खतरा

गोपालगंज : वैसे प्रशासन नदी के जल ग्रहण क्षेत्र में बसे 36 गांवों में आने वाली नदी के पानी को बाढ़ नहीं मानता। बावजूद इसके इन गांवों की करीब 20 हजार की आबादी के समक्ष गंडक का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। इन गांवों के लोग नदी के रुख को देखते हुए अंदर ही अंदर सहमे हुए हैं। प्रशासनिक स्तर पर इन गांवों के लोगों को गांव के बाहर निकलने के लिए कोई आदेश बुधवार की शाम तक जारी नहीं किया गया है।

--------

29 को ऐसे बढ़ा गंडक नदी में पानी का डिस्चार्ज

समय पानी का डिस्चार्ज

समय - डिस्चार्ज क्यूसेक में

सुबह 06.00 बजे 1,28,200

सुबह 08.00 बजे 1,42,100

सुबह 10.00 बजे 1,55,600

दोपहर 12.00 बजे 1,86,200

अपराह्न 2.00 बजे 2,12,200

अपराह्न 04.00 बजे 2,40,800

शाम 06.00 बजे 2,67,000


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.