ताउम्र असामान्य रहेंगे शूमाकर: विशेषज्ञ
करीब छह महीने कोमा में रहने के बाद होश में आए फॉर्मूला-1 के महानतम ड्राइवरों में से एक माइकल शूमाकर के डॉक्टरों का कहना है कि यह सितारा अब ताउम्र दूसरों पर निर्भर और अशक्त रहेगा। मीडिया में आई रिपोर्ट के अनुसार सीनियर मेडिकल विशेषज्ञ एरिच रिएडेरेर ने कहा, 'वह अपनी बाकी जिंदगी निर्बल ही रहेंगे।' यानी कार चलाना तो दूर वह अपने सहारे खड़े भी नहीं हो पाएंगे।
नई दिल्ली [जागरण न्यूज नेटवर्क]। करीब छह महीने कोमा में रहने के बाद होश में आए फॉर्मूला-1 के महानतम ड्राइवरों में से एक माइकल शूमाकर के डॉक्टरों का कहना है कि यह सितारा अब ताउम्र दूसरों पर निर्भर और अशक्त रहेगा। मीडिया में आई रिपोर्ट के अनुसार सीनियर मेडिकल विशेषज्ञ एरिच रिएडेरेर ने कहा, 'वह अपनी बाकी जिंदगी निर्बल ही रहेंगे।' यानी कार चलाना तो दूर वह अपने सहारे खड़े भी नहीं हो पाएंगे।
शूमाकर 16 जून को कोमा से जागे थे, लेकिन, मेडिकल जगत के विशेषज्ञों का कहना है कि उनका कोमा से बाहर आना उतना सार्थक नहीं है जितना कि समझा जा रहा था। न्यूरोलॉजी विशेषज्ञ रिएडेरेर ने कहा कि शूमाकर को स्थाई नुकसान हुआ है, अगर वह तीन महीने में अपने सहारे बैठ सकें और छह महीने में व्हील चेयर खुद चला सकें तो यह बड़ी सफलता होगी। हालांकि उन्होंने माना कि शूमाकर का कोमा से बाहर आना एक सकारात्मक बात है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि इतना लंबा वक्त कोमा में गुजारने के बाद होश में आए लोगों में से महज 10 फीसदी अपनी शारीरिक और मानसिक क्षमताओं को पूरी तरह वापस पा सके हैं।